PM Modi and Xi Jinping: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता दुनिया में कितनी है इसका अंदाजा इसी से लगा ले कि, जब भी दुनिया में बड़े देशों का कोई भी सम्मेलन होता है तो उसमें भारत को जरूर बुलाया जाता है। इसी साल हुए जी-7 समीट में जब पीएम मोदी से मिलने के लिए जो बाइडन खुद चलकर आए तो पूरी दुनिया में इसकी चर्चा हुई। अब जब SCO शिखर सम्मेलन हो रहा है तो इस दौरान एक नया खुलासा हुआ है। वो यह कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन (PM Modi and Xi Jinping) में भी खूब पसंद किया जाता है। यूक्रेन युद्ध में पीएम मोदी की कुटनीतिक सफलता के चीनी नागरिक दिवाने हैं। प्रधानमंत्री के साथ विदेश मंत्री एस. जंयशंकर भी चीन में स्टार हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि, दबाव में आकर जिनपिंग पीएम मोदी (PM Modi and Xi Jinping) संग बैठक कर सकते हैं।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग लद्दाख में सैन्य झड़प के बाद पहली बार समरकंद में मिल रहे हैं। दोनों ही वैश्विक नेता समरकंद में शंघाई सहयोग संगठन के राष्ट्राध्यक्षों की 22वीं परिषद में हिस्सा ले रहे हैं। ऐसी भी संभावना है कि पीएम मोदी और जिनपिंग द्विपक्षीय बैठक भी कर सकते हैं, लेकिन अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। दोनों के बीच मुलाकात हुई तो पूरी दुनिया की निगाहों इनपर होगी। इसके साथ ही भारत-चीन सीमा विवाद का मुद्दा प्रमुखता से उठा सकता है।
मनोहर पर्रिकर इंस्टीट्यूट फॉर डिफेंस स्टडीज एंड एनॉलसिस के ईस्ट एशिया सेंटर में एसोसिएट फेलो एमएस प्रतिभा ने पीएम नरेंद्र मोदी और शी जिनपिंग की मुलाकात को लेकर एक बड़े मीडिया संस्थान को लेख लिखा है। जिसमें उन्होंने कहा कि, दोनों नेताओं के बीच बैठक के प्रमुख कारणों में से एक भारत के बारे में चीनी जनता की राय है। खास तैर पर पीएम मोदी के यूक्रेन संकट के दौरान भारत के सैद्धांतिक रूख के मद्देनजर किया गया परिवर्तन चीनी नागरिकों को काफी भा रहा है। भारत की स्वतंत्र विदेश नीति की चीन के सोशल मीडिया पर काफी चर्चा है।
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सिर्फ इतना ही नहीं चीन के रणनीतिक जानकारी और राजनीतिक नेतृत्व पीएम मोदी को राजनीतिक रूस से बुद्धिमान व्यक्ति के तौर पर देखते हैं। उनका मानना है कि, पीएम मोदी प्रमुख शक्तियों के साथ संबंधों को संतुलित करके भारत के राष्ट्रीय हितों को आगे बढ़ाते रहते हैं। सिर्फ इतना ही नहीं, सोशल मीडिया में वहां के एक्सपर्ट्स भारत के विचार को बताते रहते हैं। यूक्रेन युद्ध में भारत की स्थिति का बचाव करने को लेकर दिए गए विदेश मंत्री एस जयशंकर के मजबूत तर्कों ने उन्हें चीन में एक स्टार बना दिया है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेले जा रहे एक जटिल जियो-पॉलिटिकल गेम को समझने में पीएम मोदी की चतुराई से चीनी जनमत तेजी से प्रभावित हो रहा है। चीन के लोगों का यह भी मानना है कि कोविडा-19 की समस्या और इससे उपजे आर्थिक गिरावट को भी दूर करने में भारत सफल रहा है।