Xi Jinping के ख़िलाफ चीनी सेना विद्रोह करना चाहती है? दरअसल, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने चीनी सेना पीएलए के चीफ को बदल दिया है। बता दें कि China के रॉकेट फोर्स के पास परमाणु बम और किलर मिसाइलों की पूरी जिम्मेदारी होती है। हालांकि भारत चीनी सेना में चल रहे पूरे मामले पर नजर बनाए हुए है। साथ ही चीन के परमाणु फोर्स के एक शीर्ष सैन्य अधिकारी की मौत भी हो गई थी।
ऐसा लग रहा है कि China की सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी यानी पीएलए में सबकुछ दुरुस्त नहीं चल रहा है। यह सवाल दुनिया के कई विश्लेषकों के मन में चल रहा है। सबसे पहले एक ख़बर आती है जिसमें कहा जाता है कि चीन के परमाणु फोर्स के एक शीर्ष अधिकारी की मौत हो जाती है, औऱ फिर बाद में दूसरी ख़बर आती है कि उसी यूनिट के कमांडर लापता हो गए।
फिर China के विदेश मंत्री का गायब होना। और यह घटनाक्रम पिछले महीने ठीक उसी समय हुआ जब रूस के बैगनर समूह ने राष्ट्रपति पुतिन के ख़िलाफ असफल विद्रोह किया। हालांकि अब चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने खुद ही पूरे मामले में कमान संभाल ली है। अब शी जिनपिंग ने रॉकेट समूह में नए प्रमुख की नियुक्ति की है। भारतीय रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि चीनी सेना के अंदर आंतरिक कलह काफी चरम पर है।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय खुफिया एजेंसियां China के घटनाक्रम पर करीबी नजर बनाए हुए हैं। भारतीय एजेंसियों ने बताया कि वू गुओहुआ पीएलए के रॉकेट फोर्स में डेप्युटी कमांडर था और उसकी 6 जून को रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई थी। इस मौत को चीनी सेना ने दबा दिया और मौत के सही कारणों को नहीं बताया। इससे पीएलए के रॉकेट फोर्स के अंदर चल रहे उठापटक का संकेत मिला।
1000 अंतरमहाद्वीपीय मिसाइलें बनाना चाहता है China
रक्षा विश्लेषकों का कहना है कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का इरादा साल 2028 तक 1000 अंतरमहाद्वीपीय मिसाइलों को बनाने का है। वू की मौत के बाद उनके सीनियर और पीएलए के रॉकेट फोर्स के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल ली यूचाओ को भी जून में आयोजित प्रमोशन समारोह से लापता पाया गया था।
बताया जा रहा है कि ली यूचाओ को अरेस्ट करके उनके खिलाफ जांच चल रही है। यह अटकल उस समय और तेज हो गई जब चीन के विदेश मंत्री किन गांग भी ठीक उसी समय लापता हो गए। कई लोग पीएलए के रॉकेट फोर्स में चल रहे संकट और चीनी विदेश मंत्री के लापता होने में कनेक्शन बता रहे हैं।
चीन की सेना में पूर्व लेफ्टिनेंट कर्नल याओ चेंग ने ट्वीट करके बताया था कि रॉकेट फोर्स के वर्तमान कमांडर को उनके ऑफिस से ले जाया गया है। खबरों के मुताबिक ली यूचाओ का बेटा अमेरिका में पढ़ रहा है। जहां इस बात का डर सताया जा रहा है कि उसने चीनी सेना के सीक्रेट को बेच दिया है।
पीएलए में होगा विद्रोह ?
चीनी सेना में चल रहे आंतरिक कलह का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि चीनी सेना के कई शीर्ष अधिकारियों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की जा रही है। साथ ही चीनी सेना के रॉकेट फोर्ट में भ्रष्टाचार को लेकर भी जांच चल रहे हैं। वहीं, चीनी सेना पर नजर रखने वाले भारतीय रक्षा अधिकारी का कहना है कि ये सभी घटनाक्रम साफ तौर पर संकेत दे रहा है कि पीएलए के अंदर सब कुछ ठीक ठाक नहीं चल रहा है।
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