यूक्रेन को अमेरिका से HIMARS (High Mobility Artillery Rocket System)राकेट सिस्टम हासिल हुआ है। यूक्रेन ने अमेरिका से उन हथियारों को देने की गुहार लगाई थी जिनके उपयोग से वो रूस पर भारी पड़ सकें। इसके बाद ही अमेरिका ने ये सिस्टम यूक्रेन को मुहैया करवाया है। इसके जरिए यूक्रेन ने रूस के कम से कम चार दर्जन से भी अधिक गोला-बारूद डिपो को नष्ट किया है। इतना ही नहीं यूक्रेन के बाद अब ताइवान के लिए अमेरिका का हाई मोबिलिटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम यानी HIMARS वरदान साबित हो सकता है।
दरअसल, बीते दिनों जापान की ग्राउंड सेल्फ डिफेंस फोर्स और अमेरिकी की मैरीन कोर ने सोमवार को होकाइदो में ट्रेनिंग एरिया में स्थित ट्रेनिंग एरिया ज्वॉइन्ट ड्रिल को अंजाम दिया है। इस ड्रिल में HIMARS का प्रयोग किया गया है। होकाईदो, ताइवान के करीब है और माना जा रहा है कि यह ड्रिल चीन को जवाब देने और ताइवान को उसकी सुरक्षा का भरोसा दिलाने के मकसद से की जा रही है।
अमेरिकी सेना ने दागे 24 रॉकेट्स
यासुबेत्सु ट्रेनिंग जो जापान के उत्तर में है, वहां पर 14 अक्टूबर तक इस ड्रिल को आयोजित किया जा रहा है। इस ड्रिल में 150 जवान होकाइदो से और 40 मरीन कमांडो ओकिनावा से पहुंचे हैं। जापान और अमेरिका के बीच इस ड्रिल को ऐसे समय में आयोजित किया जा रहा है जब ताइवान के आसपास तनाव काफी बढ़ गया है। चीन ताइवान पर अपना दावा करता है। इस ड्रिल के दौरान अमेरिकी सैनिकों ने HIMARS से 24 रॉकेट्स को एक साथ दागा।
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रूस की नाक में दम
रूस के विदेश मंत्रालय की तरफ से जापान के दूतावास के सामने बुधवार को एक विरोध भी दर्ज कराया गया है। जापान-अमेरिका की ज्वॉइन्ट मिलिट्री ड्रिल में HIMARS का प्रयोग रूस को परेशान कर रहा है। रूस का कहना है कि HIMARS सिस्टम ने रूस के बॉर्डर के करीब फायरिंग की है। विदेश मंत्रालय का कहना है कि जापान को इस ड्रिल की प्रतिक्रिया स्वरूप परिणाम भुगतने की चेतावनी भी दी गई है।
क्या है इसके खतरनाक हथियार
अमेरिका की तरफ से मिले एम14 हाई मोबिलिटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम HIMARS को यूक्रेन के सैनिक जून से ही ऑपरेट कर रहे हैं। यह काफी खतरनाक हथियार साबित हो रहा है और रूस पर भारी पड़ता नजर आ रहा है। HIMARS वह सिस्टम है जो काफी हल्का है और जिसमें ऐसे हथियार हैं जो पूरी सटीकता के साथ दुश्मन को तबाह कर सकते हैं। इस सिस्टम में ड्रोन के साथ जैवलिन एंटी टैंक रॉकेट्स, स्टिंगर एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइल जो जीपीएस से लैस हैं और कई एडवांस्ड माइक्रो-इलेक्ट्रॉनिक्स लगे हुए हैं।