दुनियाभर से कई बार ऐसी तस्वीर सामने आई हैं, जब जश्न का माहौल मातम में तब्दील होने में समय नहीं लगा। कई बार लोगों की खुशी को चीख-पुकार में बदलते देखा गया। कई यात्राओं, खेल के मैदानों, जश्न के माहौल के बीच अचानक एक भगदड़ ने सबकुछ तबाह करने का काम किया है। बीते दिन शानिवार को दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल (Seoul) में भी ऐसा ही हादसा देखने को मिला। हैलोवीन पार्टी के दौरान मची भगदड़ में 151 लोगों की मौत हो गई, जबकि 150 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हैं। 270 के लापता होने की कम्प्लेंट दर्ज कराई गई है। वैसे यह कोई पहली बार नहीं है जब किसी आयोजन में इतनी बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए थे और कई लोगों की जानें चली गई। इससे पहले भी कई बड़े हादसे हुए हैं जिनमें सैकड़ो लोग मारे गए हैं। यहां पढ़िए बीते दशक में हुए कुछ दर्दनाक हादसे जिनमें सैकड़ों लोगों की जानें गई।
इससे पहले सऊदी अरब के मक्का में 2000 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की खबर सामने आई थी। यह हादसा 2015 के वार्षिक हज के दौरान हुआ था। इस दौरान यहां पर देश-दुनिया के लाखों मुस्लिम हज यात्रा के लिए इकट्ठा हुए थे। यहां पर भी भारी भीड़ और भगदड़ के बीच हजारों लोगों कुचले गए थे। बाद में इस हादसे की भयानक तस्वीरें सामने आई थीं जिनमें देखा जा सकता है कि लाशों को जेसीबी से हटाया गया था।
इसी महीने की शुरुआत में इंडोनेशिया में भी एक भीषण हादसे में करीब 130 लोगों की मौत हो गई थी। यह लोग एक फुटबॉल स्टेडियम में मैच देखने के लिए आए हुए थे। इंडोनेशिया के ईस्ट जावा के मलंग में यह हादसा हुआ था।
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भारत में भी एक बड़े आयोजन के लिए इकट्ठा हुए लोगों के बीच भगदड़ मचने से करीब 115 लोगों की मौत हो गई थी। यह आयोजन नवरात्रि के समय 2013 में दतिया जिले के रतनगढ़ माता मंदिर में हो रहा था। मारे जाने वालों में 30 बच्चे भी शामिल थे।
पश्चिमी अफ्रीका के आइवरी कोस्ट में भी भगदड़ मचने से 60 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। नए साल के उपलक्ष्य में यहां लोग जश्न मनाने के लिए इकट्ठा हुए थे। इसी बीच यहां पर भगदड़ मच गई थी। यह हादसा आइवरी कोस्ट के अबिडजन में 2013 में हुआ था।