Imran Khan Rawalpindi Long March: पाकिस्तान में नए सेना प्रमुख की नियुक्ति के बाद देश में गठबंधन सरकार और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के बीच टकराव अब और बढ़ता जा रहा है। जहां एक ओर कहा जा रहा था कि, नए आर्मी चीफ के आने से इमरान खान की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं तो वहीं, दूसरी ओर खान सेना के गढ़ रावलपिंडी (Imran Khan Rawalpindi Long March) में ही अपना सबसे बड़ा शक्ति प्रदर्शन करने की तैयारी शुरू कर दी है। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के मुखिया इमरान खान लगातार आर्मी पर हमलावार हैं। बाजवा पर उन्होंने जमकर निशाना साधा। अब वो एक बार फिर से अपना शक्ति प्रदर्शन (Imran Khan Rawalpindi Long March) कर अपनी ताकत दिखाने जा रहे हैं। ऐसे में खबरें तेज होने लगी है कि, पाकिस्तान में आर्मी की पावर ज्यादा है या फिर इमरान खान कि। क्योंकि, इस वक्त हाल यह है कि आर्मी और नई सरकार की सारी चालें इमरान खान को कमजोर करने में नाकामयाब साबित हो रही हैं। इमरान खान शक्ति प्रदर्शन पाकिस्तान को गृह युद्ध की धकेल रहा है। ऐसे में पहले से ही कंगाली का सामना कर रहे पाकिस्तान में अब और भी ज्यादा घमासान देखने को मिल सकता है।
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इमरान खान रावलपिंडी में दिखायेंगे फौज को अपनी ताकत
वहीं, पाकिस्तान की मीडिया की ओर से बताया गया है कि, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) ने पर्दे के पीछे इमरान और उनकी पार्टी के साथ बातचीत की तैयारी कर ली है। हालांकि पार्टी यह दावा कर रही है कि जल्द चुनाव के मसले पर किसी तरह का कोई समझौता नहीं होगा। मगर सूत्रों की मानें तो सत्ताधारी पीएमएल-एन और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की बेहतरी इसी में है कि वह पीटीआई को वार्ता की टेबल पर लेकर आएं। यह जानकारी ऐसे समय में सामने आई है जब गुरुवार को नए सेना प्रमुख ले. जनरल असीम मुनीर ने प्रधानमंत्री शरीफ से मुलाकात की थी।
रावलपिंडी सेना का गढ़ है
इमरान खान ने कहा है कि, अपनी जान पर खतरे के बावजूद वह लॉन्ग मार्च को संबोधित करेंगे। उन्होंने कहा कि शनिवार को मेरी पार्टी की ओर से पूर्व निर्धारित विशाल रैली को संबोधित करने रावलपिंडी जाने के लिए मैं अडिग हूं। उन्होंने यह कहते हुए लोगों से इस रैली में रावलपिंडी पहुंचने की अपील की कि यह देश के लिए निर्णायक वक्त है। खान रावलपिंडी में अपने समर्थकों को संबोधित करने वाले हैं। उन्होंने कहा कि नए आम चुनाव की मांग को लेकर उनकी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी (पीटीआई) का यह प्रदर्शन पूरी तरह शांतिपूर्ण होगा। हमले को लेकर पूर्व पीएम ने कहा, मैं खुद को बहुत भाग्यशाली मानता हूं कि मैं अभी तक जिंदा हूं। मैं अपने चाहने वालों को धन्यवाद देना चाहता हूं जिनकी वजह से मैं बच पाया। खान का कहना है कि, उनके ऊपर अब भी खतरा है लेकिन वह एहतियात बरतेंगे।
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किसी भी कुमत पर नहीं होगा चुनाव
बता दें कि, रावलपिंडी सेना का गढ़ है, ऐसे में इमरान खान सीधा फौज को अपनी ताकत दिखाने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं, पीएमएल-एन की ओर से कहा गया है कि, भले ही उनकी सरकार को बड़ी कीमत चुकानी पड़े लेकिन जल्द चुनाव के मसले पर कोई समझौता नहीं होगा। पार्टी का कहना है कि इमरान की मांग के आगे झुकना मूर्खता है।