Russia and China Navy Exercise: जंग के बीच रूस ने अमेरिका संग नाटो को अपनी ताकत दिखाई है। रूस ने चीन के साथ मिलकर पूर्वी चीन सागर (Russia and China Navy Exercise) में एक सप्ताह तक युद्ध अभ्यास किया है। दोनों देशों की नेवी ने एक सप्ताह तक चले इस अभ्यास को पूरा कर लिया है। इसमें रूस का महाविनाशक पैसिफिक (प्रशांत) बेड़ा भी शामिल हुआ। जहां रूस और चीन ((Russia and China Navy Exercise)) ने युद्धभ्यास किया वो जगह ताइवान और जापान के बीच का हिस्सा है। रूस के विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि, दोनों देशों ने दुश्मन पनडुब्बी को कैप्चर करने और जहाज पर आर्टिलरी के जरिए हमला करने से जुड़ा युद्धभ्यास किया।
जंग के बीच रूस ने चीनी नेवी के साथ किया युद्धाभ्यास
साथ ही चीनी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने भी कहा कि, 21-27 दिसंबर को मैरीटाइम इंटरेक्शन-2022 नामक युद्धाभ्यास (Russia and China Navy Exercise) हुआ। एजेंसी ने कहा कि, चीन के झेजियांग प्रांत में झोउशान और ताइजौ के पानी में यह युद्धाभ्यास किया गया। रूस के रक्षा मंत्रालय के मुताबिक प्रशांत बेड़े के युद्धपोतों और चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की नौसेना बलों ने द्विपक्षीय नौसेनिक अभ्यास के दौरान व्यवहारिक कार्यों को पूरा किया। मंत्रालय ने कहा कि दोनों देशों के पोत ने पनडुब्बी रोधी जहाजों के जरिए पानी में एक टार्गेट को खोजा और उस पर हमला किया। मंत्रालय ने इस युद्धाभ्यास से जुड़ा एक वीडियो भी जारी किया, जिसमें रूसी नाविक अपने चीनी समकक्षों के साथ मिसाइल दाग रहे हैं।
फ्रांस दिखा रहा यूक्रेन जंग में दिलचस्पी!
रूस ने ये युद्धाभ्यास ऐसे समय में किया है जब वो यूक्रेन संग जंग लड़ रहा है। साथ ही इसी बीच फ्रांस के रक्षामंत्री यूक्रेन पहुंचे हैं। ऐसा लगता है कि, अब यूक्रेन के साथ पश्चिमी देश खुलकर आने लगे हैं। फ्रांस के रक्षा मंत्री यूक्रेन को और सैन्य सहायता देने पर चर्चा के लिए बुधवार को राजधानी कीव पहुंचे। फ्रांसीसी रक्षा मंत्री सेबेस्टियन लेकोर्नू पोलैंड की यात्रा के बाद यूक्रेनी राजधानी पहुंचे हैं। इसके पहले मंगलवार को उन्होंने पोलैंड को फ्रांस के बने दो उपग्रह बेचने का ऐलान किया था।
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