Israel On Russia-Ukraine: रूस ने जब से यूक्रेन पर हमला बोला है दुनिया दो खेमें बंट गई है। एक तो पश्चिमी देशों के साथ मिलकर रूस के खिलाफ यूक्रेन की मदद कर रहे हैं तो दूसरे वो जो रूस के साथ हैं या फिर न्यूट्रल हैं। इस जंग को 10 महीनें हो गये हैं और इतने दिनों में रूस ने यूक्रेन के कई शहरों को खंडहर बना दिया है। इस बीच जेलेंस्की को एक बड़ा झटका लगा है। यूक्रेन का मदद करने वाला एक देश अब रूस के पाले में आ गया है। दरअसल, ये कोई और नहीं बल्कि इजरायल (Israel On Russia-Ukraine) है जिसके रुख अब बदलने लगे हैं। ऐसा लगता है कि, सत्ता बदलते ही इजरायल (Israel On Russia-Ukraine) का रूख रूस की ओर बदलने लगा है। यह जेलेंस्की के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं है।
1 \ BREAKING: New Israeli foreign minister Eli Cohen signaled a policy shift on Ukraine in his 1st speech hinting the new government will take a more pro-Russian line. He said he will speak on Tuesday with Russian FM Lavrov – 1st such call since the Russian invasion of Ukraine
— Barak Ravid (@BarakRavid) January 2, 2023
यूक्रेन का साथ छोड़ रूस की ओर झुक रहा इजरायल
इजरायल के नए विदेश मंत्री एली कोहेन ने अपने पहले भाषण में इसके संकेत दिए हैं। उनके भाषण से प्रतीत होता है कि नई नेतन्याहू सरकार का झुकाव रूस की तरफ हो सकता है। उन्होंने कहा कि वह मंगलवार को रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के साथ बात करेंगे। यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद यह इस तरह की पहली कॉल है। अपने भाषण में कोहेन ने संकेत दिया कि पिछले विदेश मंत्री यायर लापिड के विपरीत वह सार्वजनिक रूप से रूस की निंदा नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि, रूस और यूक्रेन के मुद्दे पर हम निश्चित रूप से कुछ करेंगे, सार्वजनिक रूप से कम बोलेंगे। इजरायल के नए विदेश मंत्री ने कहा कि वह यूक्रेन में युद्ध पर एक जिम्मेदार नई नीति का मसौदा तैयार करने जा रहे हैं। इजरायली पत्रकार बराक रैविड ने ट्विटर पर एक थ्रेड शेयर कर इसकी जानकारी दी है। कोहेन ने जोर देकर कहा कि विदेश मंत्रालय इस मुद्दे पर सुरक्षा कैबिनेट के लिए एक प्रेजेंटेशन तैयार करेगा। हालांकि उन्होंने कहा है कि यूक्रेन को इजरायल की मानवीय सहायता जारी रहेगी।
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जेलेंस्की के लिए बड़ा झटका
इजरायली मंत्री का ये पहला भाषण यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं है। वैसे भी जेलेंस्की जानबूझ कर ये जंग लड़ रहे हैं। अगर उन्हें अपनी जनता का फिक्र होता तो वो बहुत पहले ही रूस से समझौता कर लिये होते। लेकिन, जनता की जान से उन्हें कोई लेना देना नहीं है। वो इस वक्त अमेरिका और पश्चिमी देशों के बताये गये रास्ते पर चल रहे हैं। जिस तरह इजरायल का आज रुख बदल रहा है एक दिन उसी तरह बाकी देशों का भी रूख बदल जाएगा। क्योंकि, अब धीरे-धीरे सही क्या है गलत क्या है चीजें बाहर आने लगी हैं।