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सुप्रीम कोर्ट के पैनल की क्लीन चिट के बाद Adani Group के शेयरों में उछाल

गौतम अडानी

हिंडनबर्ग के आरोपों की जांच करने वाली सर्वोच्च न्यायालय द्वारा नियुक्त समिति द्वारा कंपनी को क्लीन चिट दिए जाने और बाज़ार नियामक सेबी की ओर से कोई नियामक विफलता नहीं पाए जाने के बाद निवेशकों के आशावादी होने के कारण सोमवार को शेयर बाज़ारों में अडानी समूह के शेयरों की क़ीमतों में उछाल आया।  

निफ़्टी 50 स्टॉक अडानी एंटरप्राइजेज 17% उछलकर 2,289.65 रुपये पर पहुंच गया, जबकि समूह की खाद्य तेल शाखा अदानी विल्मर 19% बढ़कर 444 रुपये हो गयी। शेष 8 स्टॉक – अदानी पोर्ट्स, अंबुजा सीमेंट्स, एसीसी, अदानी पावर, अदानी ट्रांसमिशन, अदानी ग्रीन, अदानी टोटल गैस और एनडीटीवी – न्यूनतम 5% चढ़े।

अहमदाबाद स्थित इस समूह का बाज़ार पूंजीकरण 10 लाख करोड़ रुपये के स्तर को पार कर गया है।

सर्वोच्च न्यायालय की समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा था, “इस स्तर पर अनुभवजन्य डेटा द्वारा समर्थित सेबी द्वारा प्रदान किए गए स्पष्टीकरणों को ध्यान में रखते हुए प्रथम दृष्टया समिति के लिए यह निष्कर्ष निकालना संभव नहीं होगा कि कहीं भी किसी नियम को तोड़ा गया है। डोमेन विशेषज्ञों की समिति ने सुप्रीम कोर्ट को सौंपी गयी रिपोर्ट में कहा है कि क़ीमतों में हेरफेर का आरोप का कोई आधार नहीं है।

दूसरी ओर कई संस्थाओं ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के प्रकाशन से पहले शॉर्ट पोजीशन ली और क़ीमतों में गिरावट के कारण अपनी पोजीशन हटते हुए लाभान्वित हुए। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि इसकी जांच की ज़रूरत है।

 

सर्वोच्च न्यायालय समिति के मुख्य निष्कर्ष निम्मलिखत हैं:

 

* अदानी समूह ने सभी लाभकारी स्वामित्व का खुलासा किया है

*सेबी द्वारा ऐसा कोई आरोप नहीं लगाया गया है कि वे अडानी के लाभकारी स्वामित्व की घोषणा को खारिज कर रहे हैं।

*हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद अडानी की खुदरा हिस्सेदारी बढ़ गयी है।

*मौजूदा नियमों या क़ानूनों का कोई प्रथम दृष्टया उल्लंघन नहीं पाया गया।

*हिंडनबर्ग के आरोपों के बाद कुछ संस्थाओं द्वारा शॉर्ट सेलिंग मुनाफा कमाया गया था, जिसकी जांच की ज़रूरत है।