टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक़, नेशनल हाई स्पीड रेल ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन ने अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के लिए 24 E5 सीरीज शिंकानसेन ट्रेनसेट की आपूर्ति के लिए जापानी कंपनियों से बोलियां आमंत्रित की हैं।
सरकार को उम्मीद है कि देश की पहली बुलेट ट्रेन परियोजना, जिसे जापानी सहायता से भारतीय रेलवे द्वारा क्रियान्वित किया जा रहा है, 2027 तक चालू हो जायेगी। अहमदाबाद-मुंबई कॉरिडोर में 320 किमी प्रति घंटे की गति से वातानुकूलित बुलेट ट्रेनों के संचालित होने की उम्मीद है, जिससे यात्रियों को 534 किमी की दूरी दो घंटे में तय करने की सुविधा होगी।इस समय इस क्षेत्र में चलने वाली सबसे तेज़ ट्रेन अहमदाबाद दुरंतो एक्सप्रेस है, जो 130 किमी/घंटा की अधिकतम गति से इन दोनों शहरों के बीच बिना रुके चलती हुई अहमदाबाद से मुंबई सेंट्रल तक पहुंचने में 6.25 घंटे लेती है।
चूंकि जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी (जेआईसीए) कम लागत वाले दीर्घकालिक ऋण के माध्यम से परियोजना का वित्तपोषण कर रही है, इसलिए ट्रेनसेट जापानी कंपनियों से ख़रीदे जायेंगे।
जापान ट्रांसपोर्ट इंजीनियरिंग कंपनी (जे-टीआरईसी),हिताची, कावासाकी रेलकार मैन्युफैक्चरिंग कंपनी, किंकी शार्यो और निप्पॉन शार्यो पांच कंपनियां हैं, जो बुलेट ट्रेन चलाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले शिंकानसेन रोलिंग स्टॉक का निर्माण करती हैं।
टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रत्येक शिंकानसेन ट्रेनसेट में 10 कोच होने की संभावना है, जिसमें 690 यात्री बैठ सकते हैं और भारत में गर्म मौसम और धूल भरी परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए रोलिंग स्टॉक को संशोधित किया जायेगा।