चीन (China) चाहता हैं की उसकी पकड़ पूरी दुनिया पर बनी रहे। वह सारी दुनिया पर राज करना चाहता है। खासकर भारत के साथ उसका सीमा विवाद चलता रहता है। चीन ने अपने पडोसी देशो का नाक में दम कर रखा है।अब चीन की सेना का महाशक्तिशाली जासूसी जहाज यूआन वांग 6 एक बार फिर से हिंद महासागर में प्रवेश कर रहा है। किलर मिसाइल से लेकर अंतरिक्ष में सैटलाइट तक की निगरानी करने वाला यह चीनी जहाज इंडोनेशिया के सुंडा स्ट्रेट के रास्ते हिंद महासागर में प्रवेश कर रहा है।
हिंद महासागर में घुसने से भारत की टेंशन बढ़ गई है
इस जहाज का वजन 22 हजार टन है और इसे चीन की सेना पीएलए नेवी संचालित करती है। यह जहाज अपने शक्तिशाली रेडॉर की मदद से लंबी दूरी तक मार करने वाली मिसाइल के रास्ते और सैटलाइट लॉन्च को आसानी से ट्रैक कर सकता है। इस जहाज के एक बार फिर से हिंद महासागर में घुसने से भारत की टेंशन बढ़ गई है। वह भी तब जब अगले एक महीने तक भारत चंद्रयान-3 को लैंड कराने की तैयारी कर रहा है।
Yuan Wang 6, #China‘s missile and satellite tracking vessel is en route to enter the #IndianOcean region via the Sunda Strait in Indonesia pic.twitter.com/yHhMTyHlrt
— Damien Symon (@detresfa_) July 25, 2023
कितना विनाशकारी है ड्रैगन का यह जासूसी जहाज़
भारत ने अभी हाल ही में अमेरिका से सी गार्डियन ड्रोन खरीदा है और पी8 आई विमान लगातार हिंद महासागर की गश्त करते रहते हैं। ये जहाज चीनी पनडुब्बियों का शिकार करने की क्षमता से लैस हैं। यूआन वांग श्रेणी के कई ट्रैकिंग शिप हैं जो चीन के स्पेस प्रोग्राम और सैटलाइट कम्युनिकेशन में बहुत अहम भूमिका निभाते हैं। इसमें अत्याधुनिक ट्रैकिंग और कम्युनिकेशन सिस्टम लगा हुआ है जिसकी मदद से ये जहाज सैटलाइट लॉन्च, मिसाइल टेस्ट और अंतरिक्ष में भेजे जाने वाले मिशन के समय में महत्वपूर्ण सहायता मुहैया कराते हैं।
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चीन (China) के इस जहाज के अचानक से हिंद महासागर में आने से उसकी मंशा को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। इससे पहले इसी तरह का चीनी जासूसी जहाज श्रीलंका के हंबनटोटा बंदरगाह पहुंचा था। इसको लेकर काफी विवाद हुआ था। भारत और अमेरिका के विरोध के बाद भी श्रीलंका की सरकार ने चीनी जहाज को अपने बंदरगाह पर आने दिया था।