राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय की ओर से उड़ीसा में 14 दिवसीय ग्रीष्मकालीन नाट्य समारोह के समापन के बाद दिल्ली में भी 7 दिवसीय नाट्य समारोह का आयोजन किया जा रहा है।
राष्ट्रीय नाट्य यानी NSD देश ही नहीं बल्कि विश्व पटल पर रंगमंच के लिए एक स्थापित संस्था है। NSD संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार की एक स्वायत्त संस्था है। राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के रंगमंडल विभाग के द्वारा इस वर्ष 14 दिवसीय ‘ग्रीष्मकालीन नाट्य समारोह’ उड़ीसा में आयोजित किया गया। उड़ीसा में कार्यक्रम सफलता पूर्वक सम्पन्न होने के बाद NSD आगामी 28 जून से 04 जुलाई 2023 तक दिल्ली में 07 दिवसीय नाट्य समारोह का आयोजन करने जा रहा है। राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय की ओर से दिल्ली में 28 जून से 04 जुलाई, 2023 तक प्रतिदिन शाम 07 बजे से नाट्य समारोह करने जा रहा है।
दिल्ली चैप्टर में सात नाटकों का किया जाएगा मंचन
राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के रंगमण्डल द्वारा ‘ग्रीष्मकालीन नाट्य समारोह’ दिल्ली चैप्टर में सात नाटकों का मंचन किया जाएगा। ये नाटक हैं-खूब लड़ी मर्दानी सुभद्रा की जुबानी, ताजमहल का टेंडर, अभिज्ञान शाकुंतलम, माई री मैं का से कहूं, लैला मजनूँ, बायन तथा अंधायुग। सात दिन तक चलने वाले इस नाट्य समारोह में सभी नाटकों का मंचन शाम 7 बजे से एनएसडी परिसर में स्थित अभिमंच सभागार किया जाएगा।
सात दिनों में रंगमंच पर दिखेंगे सात रंग
महोत्सव के पहले दिन यानी 28 जून 2023 को उद्घाटन सत्र के बाद नाटककार आसिफ अली और भारती शर्मा द्वारा निर्देशित ‘खूब लड़ी मर्दानी सुभद्रा की जुबानी’ का मंचन किया जाएगा। जबकि 29 जून 2023 को नाटककार अजय शुक्ला और चितरंजन त्रिपाठी द्वारा निर्देशित ‘ताजमहल का टेंडर’ का मंचन किया जाएगा। वहीं, 30 जून को क्लासिकल प्ले जो महाकवि कालीदास रचित ‘अभिज्ञान शाकुंतलम’ और प्रो. विदुषी ऋता गांगुली के निर्देशन में मंचित किया जाएगा। 1 जुलाई 2023 को विजयदान देथा द्वारा लिखित औऱ अजय कुमार के निर्देशन में ‘माई री मैं का से कहूं’ का मंचन किया जाएगा। जबकि 2 जुलाई को इस्माइल चुनारा लिखित और राम गोपाल बजाज निर्देशित ‘लैला मजनूं’ का मंचन होगा। 3 जुलाई 2023 को महाश्वेता देवी द्वारा लिखित और उषा गांगुली निर्देशित ‘बायन’ का मंचन होगा,जबकि 4 जुलाई 2023 को धर्मवीर भारती लिखित और राम गोपाल बजाज द्वारा निर्देशित ‘अंधा युग’ का मंचन किया जाएगा।
24 जून को श्रीनगर में क्लासिकल ओपेरा ‘वितस्ता’ का आयोजन
इस अवसर पर राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के निदेशक प्रो. (डॉ.) रमेश चन्द्र गौड़ ने कहा कि हमारी रेपर्टरी कंपनी लगातार भारतवर्ष के विभिन्न शहरों में नाटकों का मंचन कर रही है। देश के हजारों लोग रेपर्टरी के नाटकों से जुड़ रहे हैं । उड़ीसा की सफलता के बाद हम दिल्ली में भी ‘ग्रीष्मकालीन नाट्य समारोह’ की सफलता के लिए आश्वस्त हैं । उन्होंने कहा कि इस समारोह से पहले भी हमारी रेपर्टरी उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर में 24-25 जून को दो नाटकों का मंचन करने जा रहा है। रंगमंडल के नए सत्र के लिए कलाकारों के चयन हेतु समूह ए तथा बी हेतु आवेदन भी 13 जुलाई तक आमंत्रित किए जा रहे हैं । विशेष विवरण NSD के वेव साईट पर उपलब्ध है । साथ ही उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय जम्मू-कश्मीर सरकार के साथ मिलकर 24 जून को क्लासिकल ओपेरा ‘वितस्ता’ का आयोजन श्रीनगर में करने जा रहा है।
राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के रंगमंडल की ओर से आयोजित ‘ग्रीष्मकालीन नाट्य समारोह’ दिल्ली चैप्टर में नाटक देखने के लिए प्रवेश शुल्क लिया जा रहा है। यह प्रवेश शुल्क 50/-, 100/-, 200/-, और 300/- का होगा। इसके लिए ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा उपलब्ध है।