रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग का असर कच्चे तेल की कीमतों पर पड़ने लगा है। कच्चे तेल की कीमतें आसमान छूने लगी है और यह पहले से ही आशंका जताई जा रही थी कि चुनाव खत्म होने के बाद पेट्रोल-डीजल के दामों में फिर से बढ़ोतरी होते देखा जा सकता है। विधानसभा चुनाव की कॉउंटिंग खत्म होते ही पेट्रोल-डीजल के दामों में बदलाव होने शुरू हो गए हैं।
11मार्च के लिए पेट्रोल और डीजल (Petrol Diesel) की नई कीमतें जारी कर दी गई हैं। देश के कई शहरों में आज फ्यूल की कीमतों में बदलाव किया गया है। किसी शहर में ईंधन के दाम कम हुए हैं तो किसी शहर में तेल की कीमतों में बढ़ोतरी की गई है।
कच्चे तेल की कीमतों की बात करें तो इस वक्त इसमें गिरावट देखने को मिल रही है। दो दिन पहले 9मार्च 2022को अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें 130डॉलर प्रति बैरल से भी ऊपर पार कर गई थीं। लेकिन आज 11मार्च को इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल के भाव गिरकर 108डॉलर प्रति बैलर पर आ गया है।
oilprice.com पर मिली जानकारी के मुताबिक आज कच्चे तेल के ताजा भाव 108.30डॉलर प्रति बैरल हैं। रूस और यूक्रेन के बीच जारी विवाद के बीच अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में अब काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। 130.3डॉलर प्रति बैरल तक पहुंचने वाले कच्चे तेल की कीमतों में 20डॉलर से भी ज्यादा की गिरावट हो चुकी है।
7 मार्च को विधानसभा चुनाव के आखिरी चरण के मतदान के लिए वोटिंग की गई थी। जिसके बाद लोगों का मानना था दि देशभर में पेट्रोल और डीजल के दामों में वृद्धी देखने को मिलने वाली है। लेकिन, फिलहाल देश में सभी शहरों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में उस तरह से बढ़ोतरी होती नहीं दिखाई दे रही है, जिस तरह से बात की जा रही थी। एक्सपर्ट्स का कहना था कि चुनाव के बाद ईंधन की कीमतों में 30 रुपये प्रति लीटर तक की बढ़ोतरी हो सकती है।