Government Initiative Regarding Onion:उठाये गये एक अभूतपूर्व क़दम में सरकार ने 3 लाख मीट्रिक टन के प्रारंभिक ख़रीद लक्ष्य को प्राप्त करने के बाद इस वर्ष प्याज़ के अपने बफ़र स्टॉक की मात्रा में 5 लाख मीट्रिक टन की ज़बरदस्त वृद्धि की है और जिंस को उन बाज़ारों में भेजना शुरू कर दिया है,जहां क़ीमतें बढ़ रही हैं।
प्रमुख बाज़ारों में जारी करने के अलावा, बफ़र से प्याज़ आज (21 अगस्त) से ख़ुदरा दुकानों और एनसीसीएफ़ की मोबाइल वैन के माध्यम से ख़ुदरा उपभोक्ताओं को 25 रुपये प्रति किलोग्राम की रियायती दर पर उपलब्ध कराया जा रहा है। उपभोक्ता मामलों के विभाग ने एक बयान में कहा कि आने वाले दिनों में अन्य एजेंसियों और ई-कॉमर्स प्लेटफार्मों को शामिल करके खुदरा बाज़ार में सस्ती क़ीमतों पर बेची जा रही प्याज़ की मात्रा को उचित रूप से बढ़ाया जायेगा।
उपभोक्ता मामलों के विभाग ने सरकारी ख़रीद एजेंसियों एनसीसीएफ़ और एनएएफ़ईडी को प्रमुख उपभोग केंद्रों में ख़रीदे गए स्टॉक के कैलिब्रेटेड निपटान के साथ-साथ अतिरिक्त ख़रीद लक्ष्य हासिल करने के लिए प्रत्येक को 1 लाख टन प्याज़ ख़रीदने का निर्देश दिया है।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, “बफ़र से प्याज़ का निपटान शुरू हो गया है, राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के प्रमुख बाज़ारों को लक्षित करते हुए जहां खुदरा क़ीमतें अखिल भारतीय औसत से ऊपर हैं या पिछले महीने की तुलना में काफ़ी अधिक हैं। आज तक बफ़र से लगभग 1,400 मीट्रिक टन प्याज़ लक्षित बाज़ारों में भेज दिया गया है और उपलब्धता बढ़ाने के लिए लगातार इसे जारी किया जा रहा है।”
सरकार ने पिछले सप्ताह घरेलू बाज़ार में प्याज़ की अधिक उपलब्धता सुनिश्चित करने और क़ीमतें कम करने के लिए प्याज़ पर निर्यात शुल्क बढ़ाने की घोषणा की थी।
आधिकारिक बयान में बताया गया है कि बफ़र स्टॉक के लिए अधिक ख़रीद, स्टॉक की लक्षित रिलीज और निर्यात शुल्क लगाने जैसे सरकार द्वारा उठाये गये बहुआयामी उपायों से प्याज़ किसानों को लाभकारी मूल्य सुनिश्चित करने के साथ-साथ उपभोक्ताओं को सस्ती क़ीमतों पर निरंतर उपलब्धता सुनिश्चित करने से किसानों और उपभोक्ताओं को लाभ होगा।