बीते वित्त वर्ष के आखिरी माह यानी मार्च में माल और सेवा कर (GST) कलेक्शन ने पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। वित्त मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक मार्च 2022में एकत्रित ग्रॉस जीएसटी कलेक्शन 1,42,095करोड़ रुपए रहा। इसमें सीजीएसटी 25,830करोड़ रुपये, एसजीएसटी 32,378करोड़ रुपये, आईजीएसटी 74,470करोड़ रुपये (वस्तुओं के आयात पर एकत्रित 39,131करोड़ रुपये सहित) और उपकर (सेस) 9,417करोड़ रुपये रहा।
वित्त मंत्रालय ने कहा कि, मार्च, 2022में सकल जीएसटी संग्रह अपने सबसे उच्च स्तर पर है। यह जनवरी, 2022में एकत्र किए गए 1,40,986करोड़ रुपये के जीएसटी संग्रह से अधिक है। वहीं मार्च 2022का जीएसटी संग्रह इससे पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 15प्रतिशत अधिक है। मंत्रालय ने कहा, उल्टा शुल्क ढांचा (तैयार सामान के मुकाबले कच्चे माल पर अधिक कर) में सुधार के लिए परिषद की तरफ से दरों को युक्तिसंगत बनाये जाने से भी जीएसटी संग्रह बढ़ा है।
बता दें कि, अब ईंट भट्ठा कारोबारी शुक्रवार से इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) के बिना छह प्रतिशत जीएसटी देने के लिए एक कंपोजीशन योजना को चुन सकते हैं। जो कारोबारी कंपोजीशन योजना का विकल्प नहीं चुनना चाहते हैं, उन पर आईटीसी के साथ 12 प्रतिशत जीएसटी लगेगा। सराकर ने 31 मर्च को जीएसटी दरों को अधिसूचित किया, जो एक अप्रैल से लागू हैं। इसके अनुसार ईंट, टाइल्स, फ्लाई ऐश ईंट और जीवाश्म ईंट के निर्माता कंपोजीशन योजना का विकल्प चुन सकते हैं। अब तक, ईंटों के निर्माण और व्यापार पर पांच प्रतिशत जीएसटी लगता था, और व्यवसायों को इनपुट पर क्रेडिट का दावा करने की अनुमति थी।