Hindi News

indianarrative

PM Modi के मोटरकेड में नई मर्सडीज वेंज यानी चलता-फिरता किला, AK-47 तो दूर बम भी बेअसर

प्रधानमंत्री के सुरक्षा बेड़े में शामिल हुई इतने करोड़ की नई मर्सडीज

प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एसपीजी ने नई मर्सडीज मेबैक एस650 गार्ड कार को अपने बेड़े में शामिल किया है। इस कार की खासियत के बारे में बता दें कि, अरग इसपर Ak-47 राइफल से गोलियां बरसाई जाए तो भी इसपर कोई असर नहीं होगा और साथ ही 15 किलो टीएनटी का भी इसपर कोई असरन नहीं पड़ेगा। पीएम मोदी की इस नई कार को दुनिया की सबसे सुरक्षित कारों में गिना जाता है। करीब 12 करोड़ कीमत वाली इस नई मर्सडीज कार का पीएम मोदी ने इस्तेमाल करना शुरू भी कर दिया है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जब भारत आए थे तो प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी उनके स्वागत में यही कार लेकर पहुंचे थे। अब तक पीएम मोदी वाराणसी से लेकर नई दिल्ली तक अत्याधुनिक सुरक्षा उपकरणों से लैस रेंज रोवर वोग और टोयटा लैंड क्रूजर गाड़ी का इस्तेमाल करते थे।

यह भी पढ़ें- दुनिया में बजेगा भारत का डंका, Indian Army ही नहीं अब पूरी दुनिया की आर्मी चलाएगी भारतीय हथियार! सदमे में चीन-पाकिस्तान

दुनिया के राष्‍ट्राध्‍यक्षों की बात करें तो अमेरिकी राष्‍ट्रपति जो बाइडन कार 'बीस्‍ट' अपने बेजोड़ सुरक्षा उपायों के लिए दुनिया में जानी जाती है। पीएम मोदी की ये नई कार 10 लेवल सुरक्षा से लैस है जो अपने आप में अभी सबसे ज्यादा है। इसपर अगर सिर्फ 2 मीटर की दूरी से भी 15 किलो टीएनटी का विस्फोट किया जाए तो भी उसका कोई असर नहीं होगा। कार के शीशे और बॉडी इथना मजबूत हैं कि इसपर एक-47 राइफल की गोलियों तक का कोई असर नहीं होगा। शीशे में अंदर से पॉलीकॉर्बनट की कोटिंग की गई है। गैस हमला के दौरान भी कार के अंगर अलग से हवा की सप्लाई शुरू की जा सकती है।

एक रिपोर्ट के मुताबिक मर्सडीज-मेबैक ने पिछले साल भारत में 10.5 करोड़ की S600 गार्ड लॉन्च किया था और S650 की कीमत 12 करोड़ रुपये से भी ज्यादा हो सकती है। प्रधानमंत्री की सुरक्षा का जिम्मा संभालने वाला स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप नई कार को काफी पहले ही शामिल करना चाहता था लेकिन कोरोना के कारण इसे टाल दिया गया था। एसपीजी ने इस कार की सुरक्षा जरूरतों की पहचान की है। एसपीजी ने दो कारें मंगाई हैं। सफर के दौरान पीएम मोदी एक कार से चलते हैं, और दूसरी कार का इस्‍तेमाल दुश्‍मन को चकमा देने के लिए किया जाता है। इसके साथ ही ये कार तूफानी रफ्तार से दौड़ने में सक्षम है। इसकी अधिकतम स्पीट 160 किमी प्रतिघंटा है। साथ ही टायर खराब या फिर पंचर होने पर भी काम करता रहेगा और आसानी से एक जगह से दूसरी जगह जा सकती है।

अब अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन की बात करें तो वो आर्मर्ड लिमोजिन कार से चलते हैं जो अपने आप में चलते फिरते एक किले की तरह है। उनकी इस कार बीस्ट को Cadillac कंपनी ने बनाया है। यह एक आर्म्रड लिमोजिन है।  बाइडेन की कार की खिड़कियां ग्लास और पॉलीकार्बोनेट की पांच लेयर से बनी हैं जिसपर गोलियों का कोई असर नहीं होता है। इस कार की सिर्फ ड्रइवर की खिड़की खोली जा सकती है वो भी सिर्फ 3 इंच तक। पम्प-ऐक्शन शॉटगन्स, आंसू गैस कैनन्स और अमेरिकी राष्ट्रपति के लिए ब्लड बैग्स हैं। कार की डिग्गी में आंसू गैस, फायरफाइटिंग सिस्टम और स्मोक स्क्रीन डिस्पेंसर हैं। इसके साथ ही बिस्ट कार में ड्राइवर और राष्ट्रपति का कैबिन भी अलग-अलग है।  ड्राइवर के कैबिन में एक प्रॉपर कम्युनिकेशन और जीपीएस ट्रैकिंग सेंटर है।

यह भी पढ़ें- भारत के अग्नि P मिसाइल की गूंज पूरी दुनिया में, अमेरिका ने कहा- ये तो सिर्फ कुछ ही सेकंड में ही पाकिस्तान को कर देगा तबाह

बीस्ट कार की बॉडी 5-इंच मोटी है, जिसे स्टील, टाइटेनियम, ऐल्युमीनियम और सिरेमिक से बनाया गया है। कार के फ्रंट में आंसू गैस ग्रेनेड लॉन्चर और नाइट विजन कैमरे हैं। चेसिस पर बेहद मजबूत स्टील प्लेट्स दिए गए हैं, जिसके चलते कार पर बम और बारुदी सुरंगों का भी असर नहीं होगा। इसकी एक और खासियत यह है कि इसके टायर पंक्टर नहीं होते हैं और अगर टायर फट भी जाएं तो भी इस कार को बड़े आसानी से चलाया जा सकता है। इस कार में रष्ट्रपति के अलावा चार लोग बैठ सकते हैं। आपात स्थिति में कार में एक पैनिक बटन दिया गया और ऑक्सीजन सप्लाई की भी व्यवस्था है। दरवाजे बंद होने के बाद कार पूरी तरह से सील हो जाती है और इसके बाद यह रासायनिक हथियारों से भी सुरक्षित हो जाती है। क्योंकि इसके दरवाजे आर्मर-प्लेटेड 8-इंच मोटे हैं जिनका वजन बोइंग 757 के कैबिन के दरवाजे के वजन के बराबर है। साथ ही सीधी टक्कर होने पर भी बिस्ट पर कोई असर नहीं होगा। इस कार में राष्ट्रपति की सीट के पास एक सेटेलाइट फोन जो अमेरिका के उप-राष्ट्रपति और पेंटागन से डायरेक्ट लाइन से जुड़ा रहता है।