मुंबई की सियासत का पारा हाई है। धीरे-धीरे मानसून आने लगा है लेकिन, यहां का तापमान बढ़ता ही जा रहा है। उद्धव ठाकरे जिस तरह से भाजपा से बगावत करते हुए और धोखा देते हुए सरकार बनाए थे वही अब उनके साथ भी हो रहा है। उस दौरान तो उद्धव को सीएम की कुर्सी पाने की ललक लगी हुई थी और अब इसी कुर्सी को बचाने के लिए वो सबकुछ करने के लिए तैयार हैं। शिवेसेना इस वक्त आपसी कलह का सामना कर रही है वो सरकार के साथ ही अपनी पार्टी भी बचाने में जुटी हुई है। ऐसे में अब बीजेपी की धीरे-धीरे एंट्री होने लगी है। पहले शिंदे और फडणवीस की मुलाकात से बीजेपी ने उद्धव को झटका किया और अब शिवसेना के 15 बागी विधायकों को केंद्र ने Y+ श्रेणी की सुरक्षा देकर एक और झटका दे दिया है।
केंद्र सरकार ने रविवार को शिवसेना के 15 बागी विधायकों के लिए सीआरपीएफ कमांडो के वाई प्लस सुरक्षा कवर को बढ़ा दिया। इनमें रमेश बोर्नारे, मंगेश कुदलकर, संजय शिरसत, लताबाई सोनवणे, प्रकाश सुर्वे और 10 अन्य शामिल हैं। इन विधायकों के महाराष्ट्र में रहने वाले परिवारों को भी सुरक्षा दी जाएगी, क्योंकि इसमें गृह सुरक्षा दल भी शामिल है। अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों की ओर से इसे लेकर गृह मंत्रालय को सिफारिश भेजी गई थी, जिसके बाद विधायकों को सुरक्षा की मंजूरी दी गई है। इसमें कहा गया है कि उन्हें और उनके परिवारों को महाराष्ट्र में मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य के कारण उनकी शारीरिक सुरक्षा के लिए संभावित खतरों का सामना करना पड़ रहा है। लगभग चार से पांच केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) कमांडो प्रत्येक विधायक को सुरक्षा मुहैया कराएंगे।
बता दें कि, शिवसेना नेता इस वक्त बागी विधायकों को धमकी दे रहे हैं। संजय मोरे ने धमकी दिया था कि, हमारी पार्टी के कार्यकर्ता तानाजी सावंत के कार्यालय में तोड़फोड़ की। प्रमुख उद्धव ठाकरे को परेशान करने वाले सभी देशद्रोही और बागी विधायकों को इस प्रकार की कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। उनके कार्यालय पर भी हमला होगा, किसी को बख्शा नहीं जाएगी। इसके साथ ही संजय राउत ने भी 38 विधायकों के परिवार के सदस्यों की सुरक्षा को वापस लेने पर धमकी भरा बयान दिया था, जिसके बाद बागी विधायकों ने केंद्र से गुहार लगाई। राउत ने एकनाश शिंदे के पत्र पर जवाब देते हुए कहा कि, आप विधायक हैं, इसलिए आपको सुरक्षा दी गई है। आपके परिवार के सदस्यों को समान सुरक्षा नहीं दी जा सकती है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, महाराष्ट्र के बाहर आप चील हैं। लेकिन लोगों का धैर्य कमजोर होता जा रहा है। अभी शिव सैनिक सड़कों पर नहीं उतरे हैं। ऐसा हुआ तो सड़कों पर आग लग जाएगी।