प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ऑस्ट्रेलिया के पीएम स्कॉट मॉरिसन से आज दूसरी भारत-ऑस्ट्रेलिया वर्चुअल शिखर वार्ता की। इस दौरान पीएम मोदी ने ऑस्ट्रेलिया के पीएम से कहा कि पिछले कुछ सालों में हमारे संबंधों में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। व्यापार और निवेश, रक्षा और सुरक्षा, शिक्षा और नवाचार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी में हमारा पहले से ही बहुत घनिष्ठ सहयोग रहा है। इसके अलावा उन्होंने अन्य क्षेत्रों जैसे महत्वपूर्ण खनिज, जल प्रबंधन, नवीकरणीय ऊर्जा, कोविड-19 में भी दोनों देशों के बीच हुई तेज वृद्धि को लेकर खुशी जताई है।
उन्होंने बेंगलुरु में ऑस्ट्रलिया के सहयोग से महत्वपूर्ण और उभरती हुई प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना में सहयोग के लिये धन्यवाद दिया है। इसके अलावा पीएम ने प्राचीन भारतीय कलाकृतियों को लौटाने की पहल करने के लिए पीएम ने अपने समकक्ष मॉरिसन से कहा कि मैं आप को विशेष रूप से धन्यवाद देना चाहता हूं कि आपने राजस्थान, पश्चिम बंगाल, गुजरात, हिमाचल प्रदेश के साथ कई अन्य भारतीय राज्यों से अवैध तरीकों से निकाली गयी सैकड़ों वर्ष पुरानी मूर्तियों और चित्रों को भारत को वापस सौंप दिया है।
प्रधानमंत्री ने दोनों देशों के बीच व्यापक आर्थिक सहयोग समझौता (सीईसीए)को आर्थिक अर्थव्यवस्था, आर्थिक पुनरुद्धार और आर्थिक सुरक्षा के लिए आवश्यक बताया है। पीएम मोदी ने क्वाड का जिक्र करते हुए दोनों देशों के संबंधों को लेकर एक-दूसरे की सराहना की है। उन्होंने कहा कि हमारा यह सहयोग मुफ्त, खुले और समावेशी हिंद प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा और सहयोग के नये आयाम लिखेगा।