पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान यूं तो भारत के खिलाफ जहर उगलते है, लेकिन इस बार उन्होंने भारत की विदेश नीति की सराहना की। इमरान खान ने कहा कि उसने यूक्रेन पर हमले की वजह से रूस पर लगे अमेरिकी प्रतिबंधों के बावजूद मॉस्को से कच्चे तेल का आयात किया। खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत में एक रैली को संबोधित करते हुए इमरान खान ने कहा कि वो पड़ोसी देश भारत की सराहना करेंगे, क्योंकि उसके पास अपनी एक स्वतंत्र विदेश नीति रही है। भारत क्वाड समूह का हिस्सा है और उसने अमेरिकी प्रतिबंधों के बावजूद रूस से कच्चे तेल आयात किया।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा कि अमेरिका, भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया क्वाड समूह के सदस्य देश हैं। आपको बता दें कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आदेश पर 24 फरवरी को रूस द्वारा यूक्रेन के खिलाफ कार्रवाई के जवाब में अमेरिका के नेतृत्व में पश्चिमी देशों ने रूस पर कड़े प्रतिबंध लगाए हैं। इमरान खान ने कहा कि उनकी विदेश नीति भी पाकिस्तानी जनता के हित में रहेगी। जनसमर्थन हासिल करने के लिए रैली कर रहे इमरान खान संसद में अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने से पहले इमरान खान जनसमर्थन हासिल करने के लिए रैली कर रहे हैं। इमरान खान ने कहा- मैं किसी के सामने नहीं झुका और अपने देश को भी किसी के आगे झुकने नहीं दूंगा।
विदेश नीति से जुड़े जटिल मामलों की चर्चा जनसभा में नहीं करने की परंपरा को तोड़ते हुए इमरान खान ने कहा- उन्होंने यूरोपीय संघ के राजदूतों को साफ तौर पर ना कह दिया जो यूक्रेन-रूस युद्ध में रूस के खिलाफ पाकिस्तान का समर्थन चाहते थे।खान ने कहा कि ऐसा इसलिए किया, क्योंकि उन्होंने यह अनुरोध कर प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया था। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को यूरोपीय संघ का अनुरोध मानकर कोई लाभ नहीं होता। इमरान खान ने कहा कि हम अफगानिस्तान में आतंकवाद के खिलाफ अमेरिकी युद्ध का हिस्सा बने और 80 हजार लोगों और 100 अरब डॉलर खोया।