Cheetah in India: भारत की जमीन पर जल्द ही चीता दौड़ते नजर आने वाले हैं। बता दें कि, साल 1947 से भारत में दुनिया का सबसे तेज दौड़ने वाला ये जानवर चीता नहीं है। कहा जाता है कि, जब देश में आखिरी चीता (Cheetah in India) बचा था, तो उसका भी किसी महाराजा ने शिकर कर लिया था। अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मध्यप्रदेश में चीता प्रोजेक्ट की शुरुआत की गई है, जिसके तहत देश से विलुप्त हुए इस जानकर को भारत में लाया जाएगा। ये चीता दक्षिण अफ्रीका से आ रहे हैं। अधिकारियों की माने तो, दक्षिण अफ्रीका से 12 चीतों के एक जत्थे के अगले महीने भारत (Cheetah in India) पहुंचने की संभावना है।
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भारत में चीता विलुप्त हो चुके हैं, इसलिए विदेश से चीतों को लाने की महत्वाकांक्षी परियोजना के तहत यह कदम उठाया जा रहा है। दक्षिण अफ्रीका के वन्यजीव विशेषज्ञों का एक दल शुक्रवार को भारत से स्वदेश लौटा। भारत में इस दल ने उस स्थान का निरीक्षण किया, जहां इन चीतों को रखा जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि लिंपोपो प्रांत में वन्यजीव पशु चिकित्सक डॉ. एंडी फ्रेजर द्वारा चलायी जा रही रूइबर्ग वेटेनरी सर्विसेज में नौ चीतों को पृथक-वास में रखा गया है, जबकि तीन अन्य को क्वाजुलु-नटाल प्रांत के फिंडा गेम अभयारण्य में पृथक-वास में रखा गया है।
फ्रेजन ने कहा कि, अगले महीने चीतों को भारत ले जाये जाने की संभावना है। वह और दक्षिण अफ्रीका के चीता विशेषज्ञ प्रोफेसर एड्रियन टॉरडिफ भी साथ जायेंगे। हालांकि, अभी ये स्पष्ट नहीं है कि अक्टूबर में किस तारीख को दक्षिण अफ्रीका से ये चीते भारत भेजे जाएंगे। उससे पहले, अगले ही हफ्ते नामीबिया से आठ चीते भारत भेजे जाने की संभावना है।
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बता दें कि, धरती पर चीता सबसे तेज दौड़ने वाला जीव है। धरती पर जितने भी जीव हैं उनमें सबसे तेज गती से चीता ही दौड़ सकता है। चीते की गति इतनी अधिक होती है कि वह 40 सेकेंड में 700 गज की दूरी नाप सकता है। यानी की एक घंटे में 70 मील की रफ्तार से दौड़ सकता है।