India Most Deadly Weapons: आज पूरी दुनिया में भारत का डंका है। हर एक क्षेत्र में हिंदुस्तान तेजी से विकास कर रहा है। दुनिया के बड़े से बड़े देश आज भारत के साथ जुड़ना चाहते हैं। भारत संग अपने रिश्तों को मजबूत करना चाहते हैं। भारत कितना तेजी से विकास कर रहा है इसका अंदाजा इसी से लगा ले कि, आज भारत के हर एक चीजों की विदेशों में भारी डिमांड है, कपड़े से लेकर, फल, सब्जियां, गेहूं, चावल, दाल संग लगभग हर एक चीजों की खूब मांग है। इसके साथ ही डिफेंस से जुड़े भी मामलों में भारत लगातार तेजी से विकास कर रहा है। भारत के हथियारों (India Most Deadly Weapons) की मांग इस वक्त दुनिया में खूब है। कई देश भारतीय फाइटर जेट से लेकर टैंक, तोप के दिवाने हैं। भारत आज अपना 74वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। इस मौके पर आईए जानते हैं भारत के उन हथियारों (India Most Deadly Weapons) के बारे में जिससे दुश्मन थर-थर कांपते हैं।
तेजस
स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस की डिमांड इस वक्त दुनिया में खुब है। कई देश इसको खरीदने में इच्छुक हैं। इसने बेहद कम समय में अलग पहचान बना ली है। यह 52,000 फीट की ऊंचाई पर उड़ान भर सकता है। तेजस का 82% हिस्सा स्वदेशी है। तेजस जेट 43.3 फीट लंबा, 26.2 फीट चौड़ा और 14.4 फीट ऊंचा है। इसकी फ्यूल कैपेसिटी 3,400 किलोग्राम है। इससे अधिकतम 4 टन का पेलोड ले जाया जा सकता है। तेजस की जनरल रेंज 850 किलोमीटर है। वहीं, Tejas Mk-2 की रेंज 3,500 किलोमीटर है। यह करीब 2,300 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से उड़ान भरेगा। 52,000 फीट की ऊंचाई पर भी HAL तेजस आराम से आवाज की रफ्तार से उड़ान भर सकता है। मलेशिया से लेकर मिस्र तक इसकी दीवानी है।
पिनाका
तेजस के बाद दुनिया में कोई और भारतीय हथियार सबसे ज्यादा लोकप्रीय है तो वो है पिनाका। पिनाका मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर (MBRL) सिस्टम से सिर्फ 44 सेकेंड के भीतर 12 रॉकेट्स दागे जा सकते हैं। पिनाका के चार वैरिएंट्स हैं जिनकी रेंज 48 से 120 किलोमीटर तक है। इसे चीन और पाकिस्तान बॉर्डर पर भी तैनात किया गया है। इसके लोकप्रीयता का अंदाजा इसी से लगा ले कि, इसे कई देश खरीदने के लिए इच्छुक हैं। अर्मेनिया तो इसका अस्तेमाल भी कर रहा है।
अर्जुन
भारतीय सेना की ताकत में इजाफा करने वाला अर्जुन टैंक का नाम ही महान धनुर्धर अर्जुन के नाम पर पड़ा है, क्योंकि इसका निशाना अचूक है। चार मीटर अर्जुन टैंक में 120mm की तोप लगी है। अर्जुन MK1 टैंक की रेंज 450 किलोमीटर है। ये अधिकतम 70 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से आगे बढ़ सकता है।
धनुष
देश की सबसे लंबे रेंज वाली आर्टिलरी गन धनुष का नाम सुनते ही दुश्मन कांप उठते हैं। इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि, यह किसी भी मौस में दागी जा सकती है। इसका मारक क्षमता 36 किलोमीटर से 60 प्लस किलोमीटर तक है। 13 टन वजनी इस तोप से 30 सेकेंड में तीन बर्स्ट फायर किये जा सकते हैं और जरूरत पड़ने पर 3 मिनट में 12 राउंड गोले दागे जा सकते हैं। धनुष को 2020 में 71वें गणतंत्र दिवस की परेड में पहली बार राजपथ (अब कर्तव्य पथ) पर शामिल किया गया था। इसको बोफोर्स तोप का उत्तराधिकारी माना जाता है। इसमें ऐडवांस्ड गन साइटिंग सिस्टम (AGSS), आर्टी गन एमिंग एंड पोजिशनिंग सिस्टम (AGAPS) जैसे कई अत्याधुनिक सिस्टम लगे हैं। पिछले कुछ सालों में इसे अपग्रेड कर स्टैंडर्ड NATO 155mm गोले दागने लायक बनाया गया है।
नाग
स्वेदशी मिसाइल नाग हर मौसम में चलने वाली है। इसके कई वैरिएंट्स हैं। मिसाइल अधिकतम 828 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से दागी जा सकती है। इसके लिए खास मिसाइल कैरियर NAMICA तैयार किया गया है जिसे सारथ नाम मिला है। इसमें 12 NAG मिसाइलें रखी जा सकती हैं। अलग-अलग वैरिएंट्स की रेंज 500 मीटर से 20 किलोमीटर तक है। तीसरी पीढ़ी की मैन पोर्टेबल ऐंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल की रेंज लगङग 2.5 किलोमीटर है। नाग के आर्मी वैरिएंट को हेलिकॉप्टर लॉन्च्ड नाग कहा जाता है। एयरफोर्ट वैरिएंट का नाम ध्रुवास्त्र है। स्टैंडऑफ ऐंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल (SANT) HELINA का अपग्रेडेड वैरिएंट है। SANT की रेंज 15-20 किलोमीटर है।
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