भारतीय नौसेना की चौथी स्कॉर्पीन क्लास की सबमरीन वेला को कमीशन कर दिया गया है। इससे नौसेना की ताकत और ज्यादा बढ़ गई है और खासकर जब चीन इन दिनों अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा। प्रोजेक्ट 75 के तहत 6 पनडुब्बियों का निर्माण होना है, जिसमें से पहले ही 3 सबमरीन कमीशन की जा चुकी है और ये चौथी सबमरीन भी आज कमीशन हो गई है। नौसेनाध्यक्ष ने कहा कि, अब चीन और पाकिस्तान की हर हरकत पर नजर रखने में आसानी होगी।
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नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह ने कहा INS वेला में पनडुब्बी संचालन के पूरे स्पेक्ट्रम को शुरू करने की क्षमता है। आज की गतिशील और जटिल सुरक्षा स्थिति को देखते हुए, इसकी क्षमता और मारक क्षमता भारत के समुद्री हितों की रक्षा के लिए नौसेना की क्षमता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। उन्होंने कहा कि, बतौर नेवी चीफ मैं सभी का शुक्रिया करता हूं। मेरे कार्यकाल के दौरान LAC पर हालात थे और कोविड की चैलेंज था। उसके बावजूद हम दूसरे देशों से लिक्विड ऑक्सीजन लाए। साथ ही उनकी मदद भी की। हम चीन और पाकिस्तान की बीच रक्षा सहयोग पर करीब से नजर रख रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, चीन से पाकिस्तान द्वारा हाल ही में की गई खरीद में बदलाव आ सकता है, इसलिए हमें सतर्क रहने की जरूरत है।
INS Vela, the fourth Scorpene-class submarine, commissioned into the Indian Navy, in the presence of Chief of Naval Staff Admiral Karambir Singh, at the naval dockyard in Mumbai pic.twitter.com/7sfdO8t1FI
— ANI (@ANI) November 25, 2021
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आईएनस वेला बेहद आधुनिक सबमरीन है और यह अपनी ताकत लिए जानी जाती है। सबमरीन में एडवांस एकॉस्टिक साइलेंसिंग टेक्नीक का इस्तेमाल किया गया है। रेडिएटिड नॉइस लेवल भी इसमें कम है। सबमरीन का स्वरूप हाइड्रो-डायनामिक है। सटीक गाइडेन निशाना लगाने की ताकत रखने वाली ये सबमरीन मिनटों में दुश्मनों को अपंग बना सकती है। इस सबमरीन से एक ही समय में टॉरपीडो और ट्यूब के इस्तेमाल के जरिए एंटी शिप मिसाइल से अंडर वॉटर और सतह दोनों जगह निशाना लगाया जा सकता है।