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Aditya L1 को लेकर सबसे बड़ी ख़बर! ISRO ने बताया कहां तक पहुंचा आदित्य एल1?

आदित्य एल-1 को लेकर ISRO ने दी बड़ी जानकारी

ISRO की ओर से Aditya L1 को लेकर बहुत बड़ी जानकारी सामने आई है। इसरो ने बताया है कि आदित्य एल-1 धरती के ऑर्बिट में दूसरी छलांग लगाया है। इसरो के मुताबिक,‘आदित्य एल1’ की पृथ्वी की कक्षा संबंधी दूसरी प्रक्रिया को बेंगलुरु स्थित इसरो टेलीमेट्री, ट्रैकिंग और कमांड नेटवर्क (आईएसटीआरएसी) से अंजाम दिया गया।

देश के पहले सूर्य मिशन ‘Aditya L1′ की पृथ्वी की कक्षा से संबंधित दूसरी प्रक्रिया मंगलवार तड़के सफलतापूर्वक पूरी कर ली गई है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने यह जानकारी दी है। इसरो के अंतरिक्ष एजेंसी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘पृथ्वी की कक्षा से संबंधित दूसरी प्रक्रिया (ईबीएन#2) आईएसटीआरएसी, बेंगलुरु से सफलतापूर्वक निष्पादित की गई”।

आदित्य एल-1 की लंबी छलांग

“मॉरीशस, बेंगलुरु और पोर्ट ब्लेयर में आईएसटीआरएसी/इसरो के केंद्रों ने इस अभियान के दौरान उपग्रह की निगरानी की। प्राप्त की गई नयी कक्षा 282 किलोमीटर x 40225 किलोमीटर है।” इसरो ने बताया कि ‘आदित्य एल1′ की पृथ्वी की कक्षा से संबंधित तीसरी प्रक्रिया 10 सितंबर, 2023 को भारतीय समयानुसार देर रात लगभग ढाई बजे निर्धारित है।

सूर्य पर रखेगा पैनी नजर

‘Aditya L1′ पहली भारतीय अंतरिक्ष आधारित वेधशाला है, जो पृथ्वी से लगभग 15 लाख किलोमीटर दूर स्थित पहले सूर्य-पृथ्वी लैग्रेंजियन बिंदु (एल-1) में रहकर सूरज के बाहरी वातावरण का अध्ययन करेगी। ISRO ने आदित्य एल1 को आंध्रप्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के दूसरे लॉन्च पैड से सफल प्रक्षेपण किया था।

बता दें कि इस उपग्रह की कक्षा संबंधी पहली प्रक्रिया को तीन सितंबर को सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया था। ‘आदित्य एल1′ को लैग्रेंज बिंदु एल-1 की तरफ स्थानांतरण कक्षा में प्रवेश करने से पहले कक्षा संबंधी दो और प्रक्रियाओं से गुजरना होगा। आदित्य एल1 का करीब 127 दिनों के बाद एल-1 बिंदु पर इच्छित कक्षा में पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है।

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