पंजाब के लुधियाना कोर्ट परिसर में हुए विस्फोट में दो लोगों की मौत हो गई और चार अन्य लोग घायल हो गए थे। यह धमाका कोर्ट की तीसरी मंजिल पर 9 नंबर कोर्ट के पास स्थित वॉशरूम में हुआ। पंजाब में यह ब्लास्ट ऐसे समय में हुआ है जब चुनाव नजदीक आ रहा है। इस मामले का तार पाकिस्तान से जुड़े हुए हैं। और अब जर्मनी से इस हमले से जुड़े एक आतंक को गिरफ्तार कर लिया गया है।
यह भी पढ़ें- चुनाव से पहले बम धमाके से दहला पंजाब, 2 लोगों की मौत चार लोग घायल- NIA करेगी जांच
जर्मनी की पुलिस ने इस मामले में जसविंदर सिंह मुल्तानी नाम के एक शख्स को इस घटना में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया है। मुल्तानी खालिस्तानी संगठन सिख्स फॉर जस्टिस का प्रमुख सदस्य रहा है। यही नहीं पूरे मामले की जानकारी रखने वाले लोगों ने बताया कि वह लुधियाना के बाद दिल्ली और मुंबई में भी हमलों की साजिश रच रहा था। नई दिल्ली और जर्मनी के बॉन शहर में स्थित डिप्लोमैट्स ने बताया कि नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से जर्मनी से इस मामले में ऐक्शन की मांग की गई थी।
बता दें बॉन (जर्मनी का शहर) और नई दिल्ली में स्थित राजनयिकों का कहना है, नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार ने जर्मन अधिकारियों से उन खालिस्तान समर्थक कट्टरपंथियों को गिरफ्तार करने का अनुरोध किया था, जिनके संबंध पाकिस्तान से हैं और जो सीमा पार से पंजाब में हथियारों और गोला-बारूद की तस्करी में शामिल है। नाम न बताने की शर्त पर एक अधिकारी ने बताया कि इससे पहले पंजाब के होशियारपुर का रहने वाला मुल्तानी एसएपजे के संस्थापक गुरपतवंत सिंह पन्नू का करीबी सहयोगी रहा है औऱ अलगाववादी गतिविधियों में शामिल रहा है।
यह भी पढ़ें- Ludhiana Blast: Pak की नापाक साजिश, लुधियाना ब्लास्ट में ISI का हाथ, मिले पुख्ता सबूत
खबरों की माने तो, मुल्तानी पंजाब में इसी तरह का एक और विस्फोट करने और दूसरी आतंकी गतिविधियां चलाने की योजना बना रहा था। वहीं, इस मामले के तार पाकिस्तान से जुड़े हुए हैं। मुल्तानी हाल ही में पाकिस्तान के गुर्गों की मदद से सीमा पर से विस्फोटक, हथगोले और पिस्तौल से युक्त हथियारों की खेप की व्यव्स्था करने के चलते सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर था। इससे पहले 7 फरवरी को पंजाब पुलिस ने तरनतारन अमृतसर और फिरोजपुर से चार लोगों को गिरफ्तार किया था। इनके पास से आठ पिस्तौल और गोलाबारूद बरामद किया गया था। ये लोय पंजाब में कट्टपंथी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए अवैध हथियार खरीदे थे।