महाराष्ट्र में सियासी खींचातानी जारी है और इस बीच शिवसेना ने हंगामा शुरू कर दिया है। संजय राउथ और अन्य शिवसेना नेताओं ने जो धमकी दी थी अब वो मुंबई की सड़कों पर होती नजर आ रही है। संजय राउत ने बागी विधायकों को कहा था कि, महाराष्ट्र के बाहर आप चीन हैं। लेकिन, लोगों का धैर्य कमजोर होता जा रहा है। अभी शिव सैनिक सड़कों पर नहीं उतरे हैं। ऐसा हुआ तो सड़कों पर आग लग जाएगी। उनकी कही ये बात अब सच होने लगी है। क्योंकि, मुंबई की सड़कों पर आग की लपटे दिखने लगी है। ताजा मामला एकनाथ शिंदे के समर्थक विधायक 58 वर्षीय तानाजी शिंदे के कार्यालय में तोड़फोड़ हुई है। साथ ही उनके कारोबार को भी नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई है। एक वीडियो सामने आया है जिसमें जिसमें शिव सैनिक ऑफिस में बुरी तरह से तोड़फोड़ करते नजर आ रहे हैं।
शिवसेना नेता संजय मोरे ने धमकी दिया था कि, हमारी पार्टी के कार्यकर्ता तानाजी सावंत के कार्यालय में तोड़फोड़ की। प्रमुख उद्धव ठाकरे को परेशान करने वाले सभी देशद्रोही और बागी विधायकों को इस प्रकार की कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। उनके कार्यालय पर भी हमला होगा, किसी को बख्शा नहीं जाएगी। उधर शिवसेना के नेता संजय राउठ ने भी 38 विधायकों के परिवार के सदस्यों की सुरक्षा को वापस लेने पर धमकी भरा बयान दिया है। उन्होंने एकनाश शिंदे के पत्रा पर जवाब देते हुए कहा कि, आप विधायक हैं, इसलिए आपको सुरक्षा दी गई है। आपके परिवार के सदस्यों को समान सुरक्षा नहीं दी जा सकती है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि,महाराष्ट्र के बाहर आप चील हैं। लेकिन लोगों का धैर्य कमजोर होता जा रहा है। अभी शिव सैनिक सड़कों पर नहीं उतरे हैं। ऐसा हुआ तो सड़कों पर आग लग जाएगी।
बगावत करने से अपने विधायकों को शिवसेना रोक नहीं पाई तो वो इसका ठीकरा बीजेपी पर फोड़ रही है। राउत ने भाजपा नेताओं की ओर इशारा करते हुए कहा है कि, बकरे की तरह खून करना बंद करो। इसके साथ ही उन्होंने विधायकों की संख्या को लेकर कहा कि, कल रात शरद पवार की मौजूदगी में बैठक के दौरान हमें 10 (बागी) विधायकों को फोन आया था। सदन के पटल पर आओ, यहां पता चलेगा कि कौन मजबूत है।
वहीं, पुणेो पुलिस की माने तो उनका कहना है कि, तानाजी सावंत के कार्यलाय में राजनीतिक संकट और तोड़फोड़ के बीच पुणे पुलिस ने अलर्ट जारी किया और सभी पुलिस स्टेशनों को शहर में शिवसेना नेताओं से संबंधित कार्यालयों में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कहा है। उधर मुंबई पुलिस भी हाई अलर्ट पर है। निर्देश दिया गया है कि, अधिकारी स्तर के पुलिसकर्मी अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक राजनीतिक कार्यालय का दौरा करेंगे।