Hindi News

indianarrative

आज खुश तो बहुत हो रहे होंगे चीन और पाक, आसमान में क्रैश हो गए भारत के दो योद्धा

Sukhoi and Mirage Crash in MP

Sukhoi and Mirage Crash in MP: मध्यप्रदेश में आज भारत के दो ताकतवर लड़ाकू विमान अचानक दुर्घनटाग्रस्त हो गये हैं। ये देश के लिए बड़ा सदमा है, क्योंकि, ये हमारे वो योद्धा फाइटर जेट हैं जो दुश्मन की धड़कनें बढ़ा देते हैं। जिन्हें देखते ही दुश्मन कांपने लगते हैं। कई वीडियो सामने आया है जिसमें सुखोई-20 और मिराज-2000 (Sukhoi and Mirage Crash in MP) के टुकड़े-टुकड़े नजर आ रहे हैं। दुर्घनटा के बाद इन फाइटर जेट्स में आग लग गई। वीडियों में जेट के मलबे से आग की लपटें उठती नजर आ रही हैं। ये हादसा मध्यप्रदेश के मुरैना के पास हुआ। हादसे को देखते हुए आसपास के लोग पायलटों को बचाने के लिए दौड़ पड़े। दो पायलटों को बचा लिया गया है जबकि, एक पायलट के मौत की खबर आ रही है। दोनों प्लेन ने ग्वालियर के एयरबेस (Sukhoi and Mirage Crash in MP) से उड़ान भरी थी। दोनों ही जेट कोई आम जेट नहीं हैं इसलिए इसे बड़ा नकुसान बताया जा रहा है।

यह भी पढ़ें- ये वो स्वदेशी हथियार हैं, जिन्हें देख दुश्मन की रूहें कांप उठती है

भारत के लिए बड़ा नुकसान
पूर्व सैन्य अधिकारी बीएस जसवाल ने अपने एक बयान में कहा कि, ये दोनों हमारे फ्रंटलाइन एयरक्राफ्ट्स हैं। दोनों प्लेन कैसे गिरे इसका अभी पता नहीं चल सका है। जसवाल का कहना है कि, सुखोई-20 और मिराज दोनों में एक साथ तकनीकी खामी आना नामुमकिन है। हो सकता है कि वे कोई ड्रिल कर रहे हैं और किसी एक के अंदर गड़बड़ी आई हो और वह दूसरे के साथ क्रैश हो गया है। अब ब्लैक बॉक्स से ही असली वजह का पता चल पाएगा। दोनों का टेक्निकल फ्लोयर होना नामुकिन है। इस तरह की ड्रिल में काफी सेफ्टी रखी जाती है। बताया जा रहा है कि, सुखोई-30 में दो पायलट थे और मिराज में एक पायलट। इनमें से दो को बचा लिया गया है और एक की मौत हो गई है। इसके आगे की जानकारी के लिए अभी इंतजार करना होगा।


भारत की ताकत हैं ये दोनों फाइटर जेट
सुखोई-30 और मिराज दोनों ही फाइटर जेट भारत की ताकत कहे जाते हैं। एयरफोर्स ने अपने लगभग हर मिशन में इन्हें जरूर शामिल गया है। मिराज 2000 तो लंबे समय से इंडियन एयरफोर्स का हिस्सा रहा है। ये वही मिराज 2000 फाइटर जेट हैं जिन्होंने पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों के अड्डे पर ताबही मचा दिया था। याद है 2019 की फरवरी जब जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों को ध्वस्त करने के लिए इंडियन एयरफोर्ट के 12 फाइटर जेट बॉर्डर पार गये थे। वो मिराज ही थे।

बालाकोट स्ट्राइक से लेकर कारगिल जंग तक में मिराज दिखा चुका है अपनी ताकत
भारत को मिराज-2000 फ्रांस से मिला है। इसे फ्रांस की कंपनी दसॉ एविएशन ने बनाया है, जिसने राफेल लड़ाकू विमान भी बनाया है जो भारतीय वायुसेना में शामिल हो चुका है। मिराज की ताकत अंदाजा इसी से लगा ले कि, ये 1000 किलो लेजर गाइडेड बम गिराने में सक्षम है। मिराज कारगिल के समय से भारत का साथ दे रहा है और दुश्मनों के दांत खट्टे कर रहा है। जब ये फाइटर जेट बॉर्डर पार जाकर (बालाकोट स्ट्राइक) आतंकियों के ठिकानों को ध्वस्थ किया तो लोग हैरान रह गये कि, आखिरी IAF ने तीसरी पीढ़ी के बूढ़े फाइटर जेट मिराज-2000 ने ये कारनामा किया। क्योंकि, भारत के पास तो इससे कहीं ज्यादा एडवांस्ड सुखोई SU-30MKIU मौजूद है। पूरी दुनिया की वायुसेना हैरान थी और हर किसी ने तारीफ भी किया था। वायुसेना को मिराज की क्षमता पर काफी भरोसा है, इसी ने कारगिल युद्ध के दौरान पाकिस्तान की रिढ़ की हड्डी तोड़ दी थी, जिसे देख आतंकिस्तान हिल गया था।

यह भी पढ़ें- घातक सबमरीन INS Vagir नेवी में शामिल, समंदर के अंदर बिछा सकती है बारूदी सुरंग- देखें क्या है खास?