पेट्रोल-डीजल के दाम और कम होंगे। दरअसल ओपेक और संबद्ध तेल उत्पादक देशों ने कच्चे तेल के दाम नहीं बढ़ाने का फैसला लिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने सऊदी अरब और रूस से उत्पादन बढ़ाने तथा यूएस गैसोलीन कीमतों को कम करने का आग्रह किया था। ‘ओपेक प्लस’ गठबंधन, सउदी नेतृत्व में ओपेक सदस्यों और रूस के नेतृत्व में अन्य देशों से मिलकर बना है।
हालांकि ओपेक + गठबंधन ने दिसंबर के महीने के लिए प्रति दिन 400,000 बैरल के उत्पादन में वृद्धि को मंजूरी दी है। यह फैसला अगले साल हर महीने बाजार में इतनी मात्रा में तेल उत्पादन बढ़ाने के लिए समूह के रोड मैप के अनुरूप है। जब तक कोरोनोवायरस महामारी के दौरान किए गए उत्पादन में कटौती को बहाल नहीं किया जाता है, तब तक पेट्रोलियम उत्पादन को थोड़ा-थोड़ा करके बढ़ाने की योजना है।
गठबंधन कोरोना वायरस महामारी के दौरान उत्पादन में की गई कटौती को बहाल करने के लिए सावधानी से आगे बढ़ रहा है, जिसके चलते कच्चा तेल सात साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है। बाइडन ने बार-बार गठबंधन से उत्पादन बढ़ाने के लिए कहा है, हालांकि अभी तक इसमें अधिक सफलता नहीं मिली।