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कतर नेऔर क्रिप्टो करैंसी के जरिए इंडिया में रची आतंकी साजिश, मुसलमानों को रैडिकलाइज करने और ट्रेनिंग के लिए आता था फण्ड

भारत के सीने में खंजर घोंप रहा था दानिश

फुलवारी शरीफ टेरर मॉड्यूल को लेकर हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। ये इंडिया वीजन 2047 पर काम कर रहे थे। इनका टार्गेट था 2047 तक भारत को इस्लामिक देश बनाना। दिल्ली आइबी के इनपुट पर फुलवारी शरीफ की पुलिस टीम ने देश विरोधी गतिविधियों में शामिल रहने वाले प्रतिबंधित कट्टरपंथी संगठन सिमी के पूर्व सदस्य अतहर परवेज और झारखंड पुलिस से रिटायर्ड दारोगा मो जलालुद्दीन को गिरफ्तार किया था। इस टेरर मॉड्यूल के तहत 15 हजार युवाओं को हथियार चलाना सिखाया गया है। वहीं, पुलिस ने मरगुब अहमद दानिश उर्फ ताहिर को लेकर बड़ा खुलासा किया है। इसके खिलाफ फुलवारी शरीफ थाने में FIR नंबर 840/22 दर्ज है। ये मुल्क के सीने में खंजर घोंप रहा था। तिरंगे की बेइज्जती की इसे लत लग चुकी है। जहर घोलने के लिए क्रिप्टोकरंसी के जरिए कतर के संगठन से पैसे मिल रहे थे।

पटना पुलिस ने बताया है कि गजवा ए हिंद का सपना देखने वाले शातिर ताहिर को कतर की एक संगठन अल्फाल्ही से क्रिप्टोकरंसी के रूप में धन प्राप्त हुआ था। पुलिस ने कहा कि जांच के दौरान यह बात भी सामने आई है कि मरगुब अहमद दानिश उर्फ ताहिर पाकिस्तान के कट्टरपंथी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक से भी जुड़ा था। इसके साथ ही वह एक पाकिस्तानी नागरिक फैजान के संपर्क में था। इसके साथ ही जांच में यह बात भी सामने आई कि ताहिर गजवा-ए-हिंद ग्रुप पर भारत के राष्ट्रीय ध्वज और प्रतीक का अपमान करने वाला मैसेज शेयर करता था। दानिश खुद ही ग्रुप का एडमिन था। इसके साथ ही वह कई और देशों के समूहों के संपर्क में था।

इसके साथ ही पुलिस को ताहिर के फोन में चैट, फेसबुक और यूट्यूब के जो लिंक मिले हैं वह उन्मादी और भड़काऊं है। उसके तार भारत के बाहर पाकिस्तान, यमन और बांग्लादेश तक जुड़े हैं। पुलिस इसके बारे में और जानकारी जुटा रही है। इसके साथ ही उसके ISI से जुडे होने की भी बात सामने आ रही है। मीडिया में आ रही खबरों की माने तो, ताहिर को छुड़ाने के लिए ISI ने SIT के एक अधिकारी को हनीट्रैप करने की कोशिश की थी। लेकिन अधिकारी ऐसे किसी भी साजिश से सतर्क था और उसने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी की चाल को नाकामयाब कर दिया। बताया जा रहा है कि अधिकारी को हनीट्रैप करने की कोशिश करने वाली महिला ने जिस नंबर से फोन किया था वह पाकिस्तानी खुफिया एंजेसी का था। हनीट्रैप की कोशिश कर रही महिला पाकिस्तानी एजेंट हो सकती है।