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बिहार में 15 लोगों की निकली गईं आखें… आखिर क्यों देखें रिपोर्ट

बिहार में 15 लोगों की निकली गईं आखें

बिहार के मुजफ्फरपुर में 15लोगों की आंख निकल दी गई, ये लोग मोतियाबिंद का ऑपरेशन करना आए थे लेकिन अस्पताल में मरीजों के ऑपरेशन के दौरान हुई लापरवाही की वजह से उन्हें अपनी आंखे निकलवानी पड़ी। इस मामले में संक्रमित नौर और पीड़ितों की आंख निकालनी पड़ी, जिके बाद आंख गंवाने वालों की संख्या 15हो गई है। मामले में डीएम ने पीड़ितों को मुआवजा देने के साथ ही जांच के लिए चार सदस्यीय कमेटी भी बनाने की बात कही है।

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बता दें कि, अस्पताल में मरीजों के ऑपरेशन के दौरान हुई लापरवाही को दबाने की पूरी कोशिश की, अस्पताल ने ऑपरेशन के दूसरे दिन ही स्थिति गंभीर होने पर आनन-फानन में चार मरीजों की आंखें निकाल दी। मंगलवार को जब अस्पताल प्रशासन पर जांच टीम ने सख्ती की तो प्रबंधन ने पहले ही चार लोगों की आंख निकालने की बात स्वीकारी। खबर है कि, यहां ऑपरेशन कराने वाले ज्यादातर मरीजों की कॉर्निया बेकार हो गई है। साथ ही कई मरीजों में संक्रमण ब्रेन तक पगुंचने का खतरा है।

इस घटना के सामने आने के तीन दिन बाद बुधवार को सीएम ने आई अस्पताल को पत्र भेजकर पीड़ितों का ब्यारा व अस्पताल से जुड़े दस्तावेज मांगे हैं। डीएम ने पीड़ितों को मुख्यमंत्री सहायता कोष से मुआवजा देने की बात कही है। डीएम प्रणव कुमार ने कहा कि, पीड़ितों को मुख्यमंत्री राहत कोष से मुआवजा दिया जाएगा। पीड़ितों के परिजनों की मांग पर प्रशासन इसकी तैयारी कर रहा है।

सीएस डॉ. विनय कुमार ने कहा कि, पूरे मामले की जांच की जा रही है, इसके लिए चार सदस्यीय कमेटी बना दी गई है। उस जांच के अलावा भी कई बिंदुओं पर अस्पताल प्रबंधन को नोटिस जारी किया गया है। जांच टीम में अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. सुभाष प्रसाद, एसकेएमसीएच, मुजफ्फरपुर के नेत्र रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. राजीव कुमार सिंह, सदर अस्पताल, मुजफ्फरपुर की नेत्र चिकित्सक डॉ. नीतू कुमारी व प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. हसीब असगर शामिल हैं। विभाग ने जांच टीम को विस्तृत रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है।

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इसके साथ ही राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने मुजफ्फरपुर जिला प्रशासन और सिविल सर्जन को इस मामले में संबंधित अस्पताल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने का निर्देश दिया है। डीएम प्रणव कुमार ने अगले आदेश तक मुजफ्फरपुर आई हॉस्पिटल में ऑपरेशन पर रोक लगा दी है।