शिंदे-फडणवीस राज शुरू होते ही महाराष्ट्र की जनता को खुशखबरी मिल गई है। महाराष्ट्र में दिल्ली की तरह पेट्रोल-डीजल सस्ता होने जा रहा है। शिंदे-फड़णवीस सरकार ने पेट्रोल-डीजल से वैट खत्म करने का ऐलान किया है। वैट खत्म होते ही महाराष्ट्र में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में भारी गिरावट आ जाएगी। भाजपानीत राज्यों ने वैट खत्म कर डीजल-पेट्रोल की कीमतों में कमी की है। इसी का अनुसरण अब शिंदे-फड़णवीस सरकार करने जा रही है।
पिछले साल नवंबर में केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में 5और 10रुपये की कटौती की थी। इसके बाद ज्यादातर बीजेपी शासित राज्यों ने भी वैट में कटौती की थी। मई में फिर से केंद्र ने उत्पाद शुल्क में कटौती की घोषणा की थी। इस दौरान भी उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों ने वैट को और कम कर दिया जिससे वहां पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी आई।
केंद्र सरकार के इस कदम के बावजूदगैर बीजेपी शासित राज्यों ने ऐसा नहीं किया। खुद प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष शासित राज्यों से लोगों को राहत देने के वास्ते ईंधन पर वैट में कटौती का सुझाव दिया था। इन राज्यों ने पहले भी यह कहते हुए मना कर दिया था कि इससे उनके राजस्व पर भारी नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
इससे पहले महाराष्ट्र विधानसभा सत्र के आखिरी दिन शक्ति परीक्षण पास करने वाले सीएम शिंदे ने कहा कि उन्हें लंबे समय तक दबाया गया था। शिंदे ने सोमवार को कहा कि उन्हें लंबे समय तक दबाया गया था और उनके नेतृत्व में विद्रोह उनके साथ किए गए अनुचित व्यवहार का नतीजा था। शिंदे ने विधानसभा में उनके नेतृत्व वाली नवगठित सरकार के विश्वास मत हासिल करने के बाद अपने भाषण में कहा, “आज की घटनाएं सिर्फ एक दिन में नहीं हुईं।”
पिछले महीने शिवसेना विधायकों के एक गुट के साथ शुरू हुई शिंदे की बगावत उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली एमवीए सरकार के पतन के रूप में खत्म हुई। शिंदे ने 30जून को मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी। उनके साथ देवेंद्र फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी।
इससे पहले शिंदे-फडणवीस सरकार की पहली कैबिनेट बैठक में ही मुंबई मेट्रो शेड आरे कालोनी में ही ट्रांस्फर किए जाने का ऐलान कर दिया था। सरकार के पहले फैसले से ही अंदाजा लग गया उद्धव के नेतृत्व वाली महाविकास अघाड़ी के उन सभी फैसलों को पलट देगी जिनसे हिंदुत्व को ठेस लग रही थी।