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नई रिपोर्ट में Nupur Sharma को लेकर बड़ा खुलासा, इस Muslim देश ने फेक न्यूज फैला कर लगाई आग

Nupur Sharma को लेकर बड़ा खुलासा

भारत में हर धर्म के लोगों के रहने की और बोलने की आजादी है। लेकिन, इसका मतलब ये नहीं कि देश के खिलाफ ही बोलना शुरू कर दें और खड़े हो जाए। पिछले कुछ सालों से देश में कट्टरपंथी काफी एक्टिव हो गए हैं ये देश की भाषा नहीं बल्कि पाकिस्तान की भाषा बोलते हैं। इन्हें अपनी राजनीति चमकानी होती है। इनके रोजी रोटी का जरिया ही यही है। लेकिन, इसमें फंसते हैं देश के लाखों मासूम मुसलमान। जो बिना तथ्य को जाने ही हिंसा या फिर किसी भी आंदोलन में शामिल हो जाते हैं। एक रिपोर्ट की माने तो जो मुसलमान कुरान और हदीस के बारे में बात करते हैं असल में ज्यादातर मुसलमानों को इसकी असल जानकारी ही नहीं है। ऐसे लोगों को कट्टरपंथी अपना निशाना बनाते हैं और इनके मन में देश के खिलाफ नफरत पैदा करने का काम कर रहे हैं।

इस वक्त नूपुर शर्मा का मामला गरमाया हुआ है जिन्होंने प्रोफेट मुहम्मद के बारे में बोला तो पूरे देश ही नहीं बल्कि, इस्लामिक देशों को भी आग लग गई। लेकिन, वहीं, जब पाकिस्तान में हिन्दू मंदिर को तोड़ दिया गया तो कट्टरपंथी चुप हो गए। इनके गले से आवाज ही नहीं निकली। वो पाकिस्तान जो इसमें कूद पड़ा वो भी दुम दबा कर चुपके से कोना पकड़ लिया। मुस्लिम देशों का संगठन OIC अब इसपर बोलने से कतरा रहा है। इस्लामिक कंट्री जो इस आग में रोटी पका रहे थे वो अब कुछ भी नहीं बोल रहे हैं। एक तरफा बयानबाजी ठीक नहीं है। मुसलमानों के लिए अल्लह जितना मायने रखते हैं हिंदुओं के लिए भी उनके देवी देवता उतना ही मायने रखते हैं। नूपुर शर्मा के बयान को सिर्फ जानबूझ कर उछाला जा रहा है। ये बात हम नहीं बल्कि एक रिपोर्ट बता रही है और इसे सबसे ज्यादा फेक न्यूज बनाकर फैलाने वाला कोई और नहीं बल्कि पाकिस्तान है।

पूर्व भाजपा प्रवक्ता नुपुर शर्मा की पैगंबर मुहम्मद पर टिप्पणी को लेकर कई गलत सूचनाओं के साथ भारत के खिलाफ अभियान चलाए गए। इस मामले में अब डिजिटल फोरेंसिक रिसर्च एंड एनालिटिक्स सेंटर की रिपोर्ट से नया खुलासा हुआ है। पता चला है कि भारत-विरोधी इन अभियानों का एक प्रमुख स्रोत पाकिस्तान से है। रिपोर्ट में इस सिलसिले में खास हैंडल और ट्विटर हैशटैग की पहचान की गई है। नूपुर शर्मा के बयान के बाद भारत को इस्लामिक देशों में बहिष्कार होने लगा साथ ही वहां के लोगों से अपील की गई कि वो भारतीय प्रोडक्ट्स का बहिष्कार करें। भाजपा ने जहां नूपुर शर्मा को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया, वहीं केंद्र ने कहा कि नूपुर शर्मा की टिप्पणी सरकार के रुख को नहीं दर्शाती है। इस रिपोर्ट के बाद सवला उठता है कि, क्या पाकिस्तान के खिलाफ कोई एक्शन होगा? क्या इस झूठ को फैलाने के लिए वो जवाब देगा? खैर पाकिस्तान से ये सब उम्मीद नहीं की जा सकती। क्योंकि, वो आतंक में दिलचस्पी रखता है।

रिपोर्ट में दावा किया गया है कि कई सोशल मीडिया यूजर्स ने इस दौरान फेक स्क्रीनशॉट शेयर करके फर्जी खबरों को फैलाया। सबसे वायरल में से एक यह दावा था कि इंग्लिश क्रिकेटर मोईन मुनीर अली ने इंडियन प्रीमियर लीग के बहिष्कार की अपील की है। साथ ही उन्होंने नुपुर शर्मा से माफी की मांग की है। यह दावा झूठा था। इसके साथ ही यह भी दावा किया गया कि ओमान के ग्रैंड मुफ्ती शेख अहमद बिन हमद अल-खलील ने भारतीय उत्पादों के बहिष्कार की घोषणा की है। जबकि उन्होंने नूपुर शर्मा की टिप्पणी की आलोचना की, लेकिन यह दावा करना भ्रामक है कि उन्होंने बॉयकॉट इंडिया ट्रेंड की शुरुआत की। विवाद के दौरान ट्विटर पर ट्रेंडिंग हैशटैग के साथ बातचीत करने वालों के प्रोफाइल की जांच की गई। यह पाया गया कि 7,000 से अधिक खाते पाकिस्तान से थे। करीब 3,000 यूजर्स सऊदी अरब से थे, 2,500 भारत से थे, 1,400 मिस्र से थे और 1,000 से अधिक अमेरिका और कुवैत से थे।