पाकिस्तान लगातार भारत से लगती सीमा के पास दहशत फैलाने की कोशिश करता रहता है। खासकर जम्मू और कश्मीर में आए दिन पाकिस्तानी आतंकी घुसपैठ करने की कोशिश करते रहते हैं। साथ ही ये आतंकी घात लगाकर सेना पर हमला भी करते हैं। ऐसे में केंद्र की मोदी सरकार ने खुली छुट दे रखी है कि इन आतंकियों को खोज-खोज कर घायी से सफाया करे। इधर बीच आतंकी लगातार घाटी में घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे हैं। जिसपर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को करारा जवाब देते हुए चेतावनी दी है कि, सीमा पार से हमलों को लेकर आंतकियों के खिलाफ कार्रवाई से भारत नहीं हिचकेगा।
असम दौरे पर पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत सीमा पार से आतंकवादियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने से जरा भी नहीं हिचकिचाएगा। उन्होंने कहा कि, भारत यह संदेश देने में सफल रहा है कि आतंकवाद से सख्ती से निपटा जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि, बांग्लादेश से घुसपैठ लगभग बंद हो गई है, देश की पूर्वी सीमा पर शांति और स्थिरता है। बता दें कि, एक दिन पहले जम्मू के सुजवां में एक बड़ी आतंकी साजिश को नाकाम किया गया है। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रविवार को जम्मू दौरा होने वाला है। रक्षा मंत्री ने गुवाहाटी में श्रीमंत शंकरदेव कालक्षेत्र पुरस्कार समारोह में शिरकत की।
असम सरकार द्वारा आयोजित किया गया यह समारोह वर्ष 1971के युद्ध में सर्वोच्च बलिदान देने वाले शहीदों के सम्मान में आयोजित किया गया है। इन शहीदों ने बांग्लादेश मुक्ति संग्राम में हिस्सा लिया था। असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा उनके कैबिनेट के सहयोगी और शीर्ष अधिकारी भी इस कार्यक्रम के दौरान उपस्थित थे। रक्षा मंत्री यहां 7वीं इंडियन इंडस्ट्रियल फेयर (उद्यम 2022) में भी शामिल हुए. राजनाथ सिंह के दौरे को लेकर गुवाहाटी में कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए थे.।
इस दौरान अपने संबोधन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि, सरकार भारत से आतंकवाद का सफाया करने के अभियान में जुटी है। भारत ने दिखा दिया है कि अगर उसकी सरजमीं पर हमला हुआ तो वो सख्त जवाबी कार्रवाई करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, भारत पश्चिमी सीमा पर जिस तनाव से निपट रहा है, वैसा पूर्वी सीमा पर नहीं है, क्योंकि बांग्लादेश एक मित्र देश है। उन्होंने कहा कि, घुसपैठ की समस्या लगभग खत्म हो गई है। हाल ही में पूर्वोत्तर के विभिन्न क्षेत्रों से अफस्पा (AFSPA) हटाए जाने के बीच राजनाथ ने कहा, सरकार हालात में सुधार के साथ उचित कदम उठा रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि ये भ्रम है कि सेना चाहती है कि अफस्पा हमेशा लागू रहे। उन्होंने कहा कि अफस्पा प्रभावी रहने के लिए हालात जिम्मेदार हैं, न कि सेना।