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#sidhumoosewala मर्डर खोल रहा कई राज, Pakistan से हो रही AK-47 और AN-94 की सप्लाई, मूसेवाला का अंतिम संस्कार आज

सिद्धू मूसे वाला मर्डर केस, पंजाब में हथियारों की तस्करी, पंजाब में बढ़ता आतंकवाद

चाहे बात नशे की हो या फिर असलहे की हो यह सिद्ध होते जा रहा है कि पंजाब में इनकी तस्करी ज्यादा होती है। यहां की कांग्रेस सरकार तो इन सब चीजों पर लगाम लगाने से फेल रही अब तो आम आदमी पार्टी की भी सरकार फेल होती नजर आ रही है। पिछले कुछ समय से पंजाब में नशों के साथ ही AK-47, AN-94 जैसे हथियारों की सप्लाई तेजी से बढ़ी है और इसके पीछे राज्य से सटे पाकिस्तान का हाथ है। पाकिस्तान की सीमा पंजाब से लगती है और यहां से आसानी से तस्करी की जा सकती है। ताजा मामला मशहूर पंजाबी सिंगर और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला की हत्या का है। मूसेवाला की हत्या के बाद से राज्य की आंतरिक सुरक्षा को लेकर कई तरह के सवाल खड़े होने लगे हैं।

सिद्धू मूसेवाला की हत्या में एएन-94 राइफल इस्तेमाल हुई है। एएन 94 रूस निर्मित राइफल है जो एके 47 का अपग्रेडेड वर्जन बताई जाती है। पंजाब में हथियारों की तस्करी का पाकिस्तान कनेक्शन, ड्रोन से इसकी डिलिवरी और खालिस्तानी आतंकियों को संरक्षण का मुद्दा पिछले काफी समय से परेशान कर रहा है। पूर्व सीएम अमरिंदर सिंह ने भी बॉर्डर स्टेट होने की वजह से पाकिस्तान से पंजाब में पहुंच रही हथियारों की खेप पर चिंता जताई थी। बॉर्डर स्टेट होने के चलते पंजाब की आंतरिक सुरक्षा निशाने पर रही है। भारत में सबसे ज्यादा हथियारों की सप्लाई पंजाब से सटे पंजाब क्षेत्र से होती है उसके बाद कश्मीर और जम्मू आता है। हथियारों की सप्लाई में ड्रोन का जमकर इस्तेमाल किया जा रहा है।

जानकारों की माने तो उनका कहना है कि, पंजाब में पाकिस्तान एक बार फिर से खेल खेलते नजर आ रहे है। जैसे उसने 80-90 के दशक में अराजकता फैलाई थी उसी तरह एक बार फिर से वो एक्टिव होता नजर आ रहा है, उस दौरान भी राज्य में आतंक चरम पर था। इस वक्त आतंकवाद के साथ पंजाब में गैंग्स भी बढ़ रहे हैं। जो वसूल, धमकी देने के साथ ही मर्डर भी करते हैं। ये सबकुछ पिछले 10-12 साल से ज्यादा बढ़ गया है। ये गैंग लोकप्रिय पर्सनैलिटी को निशाना बनाते हैं। यहां तक कि, कुछ गैंग लीडर जेल से भी अपना गैंग चला रहे हैं।

मूसेवाला की हत्या के बाद पंजाब सरकार सवालों के कटघरे में खड़ी है। क्योंकि, पंजाब सरकार ने एक दिन पहले ही मूसेवाला की सिक्योरिटी हटाने का ऐलान किया था। इतना ही नहीं, जिन लोगों की सिक्योरिटी हटाई गई उनके नाम का भी खुलासा कर दिया गया। यही सबसे बड़ा सरकार से ब्लंडर हो गया। ये सरकार की नाकामयाबी बताई जा रही है। इसके साथ ही पंजाब में तो अब 10 किलो क्षमता के साथ 23 किलो तक के ड्रोन पकड़े जा रहे हैं। एक ड्रोन एक ही बार में दस किलो तक वजनदार हथियार और विस्फोटक पंजाब के खेतों में फेंके जाते हैं, जिसे बाद में स्थानीय एजेंट उठाते हैं और आगे ठिकानों तक पहुंचाते हैं। पाकिस्तान इसके लिए पंजाब के ग्रामीण इलाकों में बेरोजगार और गरीब युवाओं को हथियार व नशा तस्करी के लिए रुपयों का लालच देकर फंसा रहा है। इस काम के लिए उन्होंने पंजाब में अपने एजेंट रखे हुए हैं।

पंजाब सीमा पर पाकिस्तान के आंतकी बैठे हुए हैं और यही सबसे ज्यादा हथियारों की तस्करी कर रहे हैं। इसके बाद ये हथियार पंजाब होते हुए देश के अलग-अलग राज्यों में पहुंच जाते हैं। एक रिपोर्ट की माने तो, पिछले 1 सालों के अंदर पाकिस्तानी आतंकियों ने पाक से एके-47, पिस्टल, सब मशीन गन (एसएमजी), फॉल राइफल, एकेएम राइफल, 303 गन, 7.5 सेगा राइफल, पीएजी एमके राइफल, मैगजीन, कारतूस, विस्फोटक, ग्रेनेड, टियर स्मॉक ग्रेनेड और स्टिकी बम जैसे हथियार पंजाब के जरिए देश में भेजे इन्हें बीएसएफ ने सफलतापूर्वक पकड़ा। इसके साथ ही इस साल बॉर्डर पर 53 बार ड्रोन एक्टिविटी पकड़ी गई है।

इसमें से BSF ने 9 बार ड्रोन को मार गिराया है। इससे भारी मात्रा में विस्फोटक और ड्रग्स जब्त किए गए हैं। रिपोर्ट का यह भी कहना है कि, पंजाब बॉर्डर पर पिछले 3 सालों में करीब 1150 किलो ड्रग्स बीएसएफ ने जब्त की है। पंजाब में इस साल अब तक 4 महीनों में 150 किलो ड्रग्स पकड़ा जा चुका है।