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अब इस सच पर क्या कहेंगे कट्टरपंथी! ‘दरगाह से होता है देह व्यापार और नशे का कारोबार

Piran Kaliyar dargah

Piran Kaliyar dargah: सोचिए जहां पर इबादत करने जाते हैं, जहां दो पल की सूकून के लिए जाते हैं, जहां आप बिना निस्वार्थ भाव से दुआ करते हैं, जहां की दिवारों से लेकर हर एक कोने में उपर वाले का बसेरा हो वहीं अपर अगर देह व्यापार और नशे का कारोबार होने लगे तो फिर आपपर क्या गुजरेगा। यह सुनने में भले ही आपको अच्छा न लगे लेकिन यह सच है। दरअसल, उत्तराखंड में पाक पिरान कलियर दरगाह (Piran Kaliyar dargah) से मानव तस्करी के साथ-साथ देह व्यापार और नशे का कारोबार होता है। अब ये सुनने के बाद कट्टरपंथियों के मुंह पर ताला लग जाएगा। उनकी जुबान कट जाएगी, हलक सूख जाएगा। इसपर नूपुर शर्मा वाला हो-हल्ला नहीं मचेगा। इसपर पाकिस्तान छुप रहेगा। ये कौन से मुसलमान हैं जो लोगों की इबादत से खिलवाड़ कर रहे हैं। सबसे बड़ी बात की कांग्रेस इसपर उलटा सरकार से ही सवाल पूछ बैठी। कांग्रेस को उन मुसलमानों से सवाल पुछना चाहिए जिन्होंने ये घिनौना कदम उठाने से पहले एक बार भी नहीं सोचा। पिरान कलियर दरगाह (Piran Kaliyar dargah) में देह व्यापार और नशे का कारोबार होता है, साथ ही मानव तस्करी भी की जाती है।

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उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के चेयरमैन शादाब शम्स ने एक बयान जारी कर कहा कि राज्य के पाक पिरान कलियर दरगाह से मानव तस्करी के साथ-साथ देह व्यापार और नशे का कारोबार होता है। शादाब शम्स के इस बयान से उत्तराखंड में सियासी बवाल मचा है। एआईएमआईएम के साथ कांग्रेस ने उत्तराखंड की बीजेपी सरकार से ही सवाल करना शुरू कर दिया है। लेकिन, यह कांग्रेस कन्हैया कुमार की मौत पर राजस्थान की गहलोत सरकार से सवाल नहीं पुछती है। उत्तराखडंड के साबिर पाक दरगाह पिरान कलियर पर वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स के बयान के बाद कांग्रेस ने बीजेपी सरकार पर ही सवाल उठाए हैं। कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि अगर पिरान कलियर में ये सब हो रहा है जो शादाब शम्स ने कहा है तो फिर उनकी सरकार क्या कर रही है। कांग्रेस नेता ने कहा कि धार्मिक स्थल पर दिया गया वक्फ बोर्ड चेयरमैन का ये बयान काफी गंभीर है। सरकार को मामले की जांच करनी चाहिए।

उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष ने शादाब शम्स ने एक बयान जारी करते हुए कहा था कि, “पिरान कलियर में लोगों की एक बहुत बड़ी आस्था है लेकिन इस आस्था पर कुछ लोग बट्टा लगाने का काम कर रहे है। उन्होंने कहा कि यहां पर मानव तस्करी के साथ-साथ देह व्यापार की भी कई घटनाएं सामने आ रही हैं। पिरान कलियर में मानव तस्करी के साथ ही ड्रग्स की तस्करी चरम पर है। इस गंदगी को हटाने के लिए सरकार हर सम्भव प्रयास करेगी।”

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उनके इस बयान के बाद एआईएमआईएम को आग लग गई और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नय्यर काजमी ने वक्फ बोर्ड के चेयरमैन की बयानबाजी को बचकानी हरकतें बताया है। उन्होंने कहा कि पिरान कलियर पाक सरजमी है यदि एक व्यक्ति गलत काम करता है पूरी सरजमी को गलत नहीं कहा जा सकता। उन्होंने कहा कि वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष ने पूरी पिरान कलियर शरीफ को टारगेट किया है जिसका हम पुरजोर विरोध करते हैं। हम मुख्यमंत्री को शिकायती पत्र भेजेंगे। सिर्फ इतना ही नहीं, एआईएमआईएम नेता नय्यर काजमी ने आगे कहा कि शादाब शम्स को पिरान कलियर सहित पूरे प्रदेश से माफी मांगनी चाहिए। अगर वे माफी नहीं मांगेंगे तो वे सड़कों पर उतरकर उग्र आन्दोलन भी करेंगे। दूसरी ओर मौलाना भी इस बयान की घोर निंदा की है। उन्होंने कहा कि पिरान कलियर शरीफ को अकीदत की निगाह से देखा जाता है। बीजेपी नेता का ऐसा बयान देना उनकी मानसिकता दर्शाता हैं। उन्हें माफी मांगनी चाहिए। कुल मिलाकर वो ये नहीं मानने के लिए तैयार हैं कि, दरगाह में जो हो रहा है उसके लिए इससे जुड़ा व्यक्ति जिम्मेदार नहीं है। बल्कि सरकार है और इसका खुलासा करने वाले शादाब शम्स हैं। ये कट्टरपंथी वाली सोच ही समाज के लिए घात है। दोषियों को सजा दिलाए जाने के बजाय वो सरकार को घेर रहे हैं।