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#GyanvapiMasjid शिवलिंग की दर्शन-पूजन को लेकर पूरे देश को कोर्ट के फैसले का इंतजार- मस्जिद में दबे हैं कई और राज

#GyanvapiMasjid शिवलिंग की दर्शन-पूजन को लेकर पूरे देश को कोर्ट के फैसले का इंतजार

वाराणसी के ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी सर्वे के तीसरे दिन शिवलिंग मिला। इसी जगह पर वजू खाना भी था, जिसपर कोर्ट ने कहा है की तुरंत जहग को सील कर दिया जाए और साथ ही वजू पर भी पाबंदी लगा दी। सर्वे पूरा होने के बाद हिंदू पक्ष ने दावा किया कि-'बाबा मिल गए।' कहा गया कि सर्वे में 'काला पत्‍थर' मिला जो शिवलिंग है। जितना सोचा था उससे ज्‍यादा साक्ष्‍य मिले हैं। सर्वे के बाद हिंदू पक्ष ने शिवलिंग के संरक्षण के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया जिस पर वाराणसी कोर्ट ने डीएम को आदेश दिया कि जिस स्‍थान पर शिवलिंग प्राप्‍त हुआ है, उसे तत्‍काल सील कर दें। किसी भी व्‍यक्ति को वहां जाने न दें। कोर्ट ने इसकी जिम्‍मेदारी जिला प्रशासन और सीआरपीएफ को सौंपी। अब इसके अन्य मामलों पर अदालत में सुनवाई होगी।

वकीलों की हड़ताल की वजह से बुधवार को होने वाली सुनवाई टल गई थी। बीते दिनों सिविल जज सीनियर डिवीजन रवि कुमार दिवाकर की अदालत ने चैंबर में तीनों पक्षों की बातें सुनी गईं और आवेदन लिया गया। अदालत ने सुनवाई के लिए गुरुवार (19 मई) की तिथि तय की। इसके साथ ही अदालत ने 19 मई को ही कमीशन की कार्यवाही की रिपोर्ट दाखिल करने का आदेश दिया है। बदा दें कि, इस मामले में आज ही सुप्रीम कोर्ट में भी सुनवाई होगी।

बुधवार को वाराणसी कचहरी में हड़ताल के चलते कोर्ट ने चैंबर में ही बैठकर सभी पक्षों की बाते सुनीं। आवेदन लिया और सुनवाई की तिथि गुरुवार को नियत कर दी। इस बीच मंगलवार को मीडियाकर्मियों और वकीलों से झड़प के बाद देश-विदेश से आए इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े पत्रकारों को प्रवेश नहीं दिया गया। कचहरी परिसर की सुरक्षा व्यवस्था सख्त रही। इससे पहले जिला शासकीय अधिवक्ता सिविल महेंद्र प्रसाद पांडेय ने ज्ञानवापी परिसर में मानव निर्मित तालाब के पानी में सील बंद मछलियों को संरक्षित करने और वजू स्थल के पास से शौचालय हटाने को आदेश पारित करने के लिए आवेदन दिया। वहीं वादी पक्ष ने हटाए गए अधिवक्ता आयुक्त अजय मिश्र को छह और सात जुलाई की कमीशन कार्रवाई की रिपोर्ट दाखिल करने के लिए उचित आदेश देने को कहा। इस आवेदन पर अदालत ने प्रतिवादी पक्ष से आपत्ति मांगी। सर्वे रिपोर्ट दाखिल करने के लिए गुरुवार की तिथि तय की।

बदा दें कि, वादी पक्ष की रेखा पाठक, मंजू व्यास, सीता साहु की ओर से मंगलवार को स्थानीय न्यायालय में आवेदन दिया गया था कि, शिवलिंग की जगह पर दर्शन-पूजन के साथ ही वजू स्थल पर मिले शिवलिंग के नीचे और नंदी महराज के सामने तहखाने के उत्तरी और पूरब की चुनी हुई दीवारों को तोड़कर सर्वे करवाया जाए। परिसर में कई स्थानों पर रखे बांस, बल्ली, ईंट व बालू का मलबा हटवाकर भी सर्वे करवाने की मांग की गई है।