त्योहारी सीजन शुरु होते ही महंगाई ने लोगों की जेबों पर डाका डालना शुरु कर दिया हैं। सब्जियों के दाम आसमान छूने लगे है। दिल्ली की मंडियों में टमाटर और प्याज के कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिली है। सब्जियों की खुदरा रेट में तेजी आई है। इसकी वजह बाहर से दिल्ली आने वाली सप्लाई पर पड़े असर को माना जा रहा है। वहीं डीजल की बढ़ती महंगाई ने भी सब्जियों के दाम बढ़ा दिए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, टमाटर के भाव 50 से 55 के बीच चल रहे हैं जबकि पहले इसकी रेट 40 रुपये प्रति किलो थी।
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इसी तरह प्याज की कीमतों में भी उछाल आया है और अभी रेट 50 रुपये प्रति किलो है। पहले प्याज के भाव 35-40 रुपये पर चल रहे थे। खुदरा में ये भाव इसलिए बढ़े हैं क्योंकि थोक की कीमतों तेजी से बढ़ी हैं। अगर मंडियों पर नजर डालें तो गाजीपुर होलसेल वेजिटेबल एंड फ्रूट मार्केट में प्याज और टमाटर जैसी सब्जियों के दाम में होलसेल में 10-15 रुपये तक की बढ़ोतरी हुई है। चूंकि इन सब्जियों की सप्लाई पहले की तुलना में काफी घट गई है, इसलिए दामों में उछाल देखा जा रहा है। यह महंगाई थोक और खुदरा दोनों तरह के बाजारों में है।
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होलसेल में प्याज के दाम 40 रुपये प्रति किलो है जबकि 25 किलो टमाटर के भाव 900 रुपये पर चल रहे हैं। वहीं, गाजीपुर मंडी में सामान्य तौर पर प्याज की कीमत 25 रुपये प्रति किलो होती है। टमाटर के भाव भी मंडी में 16-20 रुपये के आसपास होते हैं जो कि अभी 35-36 रुपये पर चल रहे हैं। ओखला मंडी में टमाटर और प्याज के दाम प्रति किलो 20 रुपये तक बढ़ गए हैं। ईंधन के दाम में बढ़ोतरी ने भी महंगाई को बढ़ा दिया है। तेलों के दाम बढ़ने से परिवहन और ढुलाई का खर्च बढ़ा है जिसका असर होलसेल और खुदरा कीमतों पर देखा जा रहा है।