आज यानी 26जुलाई करगिल विजय दिवस को 23साल पूरे हो चुके हैं और आज का दिन देश के इतिहास में अमर है। कारगिल विजय दिवस के अवसर पर पूरा देश हमारे वीर जवानों की शहादत को याद करते हैं और उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि देते हैं। क्या आपको पता है कि पाकिस्तान के खिलाफ इस कारगिल युद्ध में इजराइल भारत का संकटमोचन बना था। इजराइल ने इस युद्ध में भारत की मदद करते हुए भारतीय लड़ाकों को मजबूत बनाया था और पाकिस्तानी सैनिकों सिट्टी-पिट्टी गुल कर दी थी।
भारतीय जवानों को पाकिस्तान के साथ लड़ाई में आ रही थी ये समस्या
करगिल युद्ध के दौरान भारतीय सैनिकों के सामने सबसे बड़ी समस्या ये थी कि दुश्मन देश के सैनिक ऊंचाई पर थे और हमारे जवान नीचे की तरफ थे। पाकिस्तानी जवानों ने धोखे से ऊंचाई वाली पोस्ट पर कब्जा जमा लिया था इससे वे भारतीय सैनिकों पर गोलियां बरसा रहे थे। दुश्मन देश के सैनिक आसानी से भारतीय सैनिकों को ज्यादा नुकसान पहुंचा रहे थे, लेकिन इसके बावजूद भारतीय लड़ाकों ने अपना हौसला कम नहीं होने दिया था।
इजराइल ने कैसे की थी भारत की मदद?
भारतीय लड़ाकों ने मिराज विमानों में इजराइली किट का इस्तेमाल किया था जिससे वे पाकिस्तानी सैनिकों को मुंहतोड़ जवाब दे पाए थे। इसे इजराइल लिटनिंग लेजर डिजाइनर पॉड भी कहते हैं। इस किट की ये खासियत थी कि ये एक अदृश्य बीम के साथ लक्ष्य को भेद देती थी। पाकिस्तानी सैनिकों के ऊंचाई पर मौजूद होने के बावजूद भारतीय सैनिकों ने एक-एक करके दुश्मनों को जब खत्म करना शुरू किया तो दुश्मन देश में हड़कंप मच गया था।
पाकिस्तानी सैनिकों को समझ ही नहीं आ रहा था कि भारतीय सैनिक पोस्ट से काफी नीचे होने के बावजूद लक्ष्य को कैसे भेद पा रहे हैं। दरअसल ये उस इजराइली किट का ही कमाल था, जिसने भारतीय सैनिकों के मनोबल को और बढ़ा दिया था। इजराइल की इस मदद ने भारत को दुश्मन देश के ऊपर बढ़त दिला दी थी और पाकिस्तान को बुरी तरह पटखनी दी थी। इस युद्ध में पाकिस्तान को भारी नुकसान हुआ था और भारत को शानदार जीत हासिल हुई थी।