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कोरोना वायरस के बीच जीका वायरस ने दी दस्तक! यूपी में मिला पहला केस, जानें कैसे फैलता हैं संक्रमण और क्या हैं लक्षण

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कोरोना वायरस का कहर अभी गया भी नहीं हैं कि डेंगू-मलेरिया जैसी खतरनाक बीमारियों ने डेरा जमाना शुरु कर दिया और अब जीका वायरस ने लोगों की नीदें उड़ा दी हैं। उत्तर प्रदेश में जीका वायरस का पहला केस मिला है। बताया जा रहा हैं कि कानपुर में भारतीय वायुसेना का एक वारंट ऑफिसर जीका वायरस संक्रमण से पीड़ित पाया गया। जिन्हें अस्पताल में भर्ती किया है। डॉक्टर्स उन लोगों की जांच कर रहे है कि जो उनके संपर्क में आए थे। जीका वायरस के संक्रमण के खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया हैं।

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आपको बता दें कि कोरोना वायरस और जीका वायरस में काफी अंतर है, लेकिन खतरे के मामले से ये भी कोरोना जैसा है। आपको केरल में इस साल की शुरुआत में जीका वायरस के 14 मामले सामने आए थे। जीका वायरस का पहला मामला 1947 में उगांडा में बंदरों में पाया गया था। लेकिन, इंसानों में पहला केस 1952 में मिला था। आपको बता दें कि जीका वायरस संक्रमित मच्छरों के जरिए इंसानों में फैलता है। जीका वायरस मुख्यत एडीज प्रजाति के संक्रमित मच्छरों के काटने से फैलता है। एक इंसान से दूसरे इंसान में जीका वायरस संक्रमण के फैलने का खतरा तब होता है, जब दो लोग शारीरिक संबंध बनाएं।

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जीका वायरस संक्रमित गर्भवती महिला से उसके बच्चे को और खून के जरिए भी फैल सकता है। जीका वायरस के लक्षण की बात करें तो जीका वायरस के केस में फ्लू जैसा बुखार हो सकता है। रैशेज, सिरदर्द, जोड़ों में दर्द, मांसपेशियों में दर्द, कंजक्शनवाइटिस और आंख लाल हो सकती है। अमेरिका की स्वास्थ्य संस्था सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के मुताबिक जीका के चलते मौत के मामले दुर्लभ होते हैं। आम तौर पर वायरस के लक्ष्य हल्के होते हैं और बहुत ही गंभीर मामलों में मरीज को अस्पताल ले जाने की जरूरत होती है।