पति की लंबी उम्र के लिए करवा चौथ का निर्जला व्रत रखने के बाद संतान की उम्र के लिए अहोई अष्टमी का व्रत आता हैं। यह व्रत कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को रखा जाता है। इस साल ये व्रत 28 अक्टूबर को है। यह व्रत संतान की उन्नति, अच्छी सेहत, लंबी उम्र और उसकी सुख-समृद्धि के लिए रखा जाता है। यह व्रत रात में आसमान में तारे देखने के बाद खोला जाता है। इस दिन भूलकर भी कुछ ऐसी चीजों का दान न करें, जो आपके लिए अशुभ हो।
स्टील के बर्तन- कभी भी दान में स्टील के बर्तन नहीं देना चाहिए, खासकर इस्तेमाल किए हुए बर्तन तो बिल्कुल नहीं देना चाहिए। ऐसा करना आपके घर की सुख-समृद्धि को कम करता है। यदि दें भी तो नए बर्तन ही दें।
प्लास्टिक की चीजें- प्लास्टिक की चीजों का दान करने से कारोबार पर बुरा असर पड़ता है। लिहाजा कभी भी प्लास्टिक की चीजें दान न करें।
नुकीली चीजें- कभी भी नुकीली चीजें दान में नहीं देनी चाहिए। मसलन- चाकू, कैंची आदि, ऐसा करने से घर में अशांति होती है, झगड़े-कलह होते हैं।
झाड़ू- झाडू दान देना गरीबी को बुलावा देना है इसलिए कभी भी किसी को दान में झाड़ू न दें, ना ही अपनी पुरानी झाड़ू दान में दें। झाड़ू पुरानी हो जाए तो उसे फेंक दें।
बासी खाना- ऐसी कोई भी चीज जो आपके खाने योग्य नहीं है, जैसे-सड़ा, बासी खाना वो किसी और को भी न दें। ऐसा करना अशुभ होता है। हमेशा ताजी और अच्छी चीजें ही दान में दें। इसी तरह उपयोग किया हुआ तेल भी दान में न दें। यदि कोई ऐसा जरूरतमंद व्यक्ति है, जिसे इनमें से किसी चीज की सख्त जरूरत है तो उसे वह चीज खरीदवा दें या उसके पैसे दे दें लेकिन अपने हाथ से ये चीजें गलती से भी दान न करें।