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Ashunya Shayan Vrat: अशून्य शयन व्रत आज, पत्नी की लंबी उम्र के लिए पति रखते हैं ये व्रत, जानें कौन सा जपे मंत्र

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आज अशून्य शयन व्रत हैं। हिंदू धर्म शास्त्र में पति-पत्नी के बीच रिश्तों को बेहतर बनाने के लिए अशून्य शयन व्रत सबसे उत्तम होता है। इस व्रत में भगवान विष्णु और देवी मां लक्ष्मी की विधि-विधान से पूजा की जाती है। यह व्रत पूजा पांच महीने- सावन, भादों, आश्विन, कार्तिक और अगहन में होती है। अशून्य शयन व्रत रखकर पूजा करने से हर काम का दोगुना फल मिलने की मान्यता है। जानें इस व्रत के बारे में शुभ मुहूर्त, पूजा विधि समेत सबकुछ

 

अशून्य शयन व्रत का शुभ मुहूर्त

आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि का प्रारंभ 22 सितंबर 2021  को  सुबह 05:52 एएम पर हुआ है, जो कि 23 सितंबर 2021 को सुबह 06:54 एएम तक है। ऐसे में अशून्य शयन द्वितीया व्रत आज 22 सितंबर को रखा गया है। आज का राहुकाल पूर्वाहन 11:53 बजे से अपराह्न 13:24 बजे तक है।

 

अशून्य शयन व्रत की पूजा विधि

व्रत के दिन स्नान आदि करके साफ कपड़ा पहन लें उसके बाद पूजा स्थल पर जाकर भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी को ध्यान करते हुए व्रत और पूजा का संकल्प लें। उसके बाद शुभ मुहूर्त में माता लक्ष्मी तथा भगवान विष्णु की विधि विधान से पूजा करें। अंत में आरती करते हुए पूजा समाप्त करें. शाम को चंद्रोदय के समय पर चंद्रमा को दही, फल तथा अक्षत् से अर्घ्य दें। उसके पश्चात ही व्रत का पारण करें। अगले दिन जरूरत मंद ब्राह्मण को भोजन कराएं, दक्षिणा दें तथा कोई मीठा फल दान कर दें। ऐसा करने से आपके दांपत्य जीवन में प्रेम और माधुर्य बना रहेगा।

 

अशून्य शयन व्रत के लिए मंत्र

मंत्र: लक्ष्म्या न शून्यं वरद यथा ते शयनं सदा।

शय्या ममाप्यशून्यास्तु तथात्र मधुसदन।।