अक्सर रिश्ता बनते-बनते टूट जाता है। तय हुई शादी अचानक टूट जाती है। इसके पीछे की वजह ग्रह नक्षत्रों के नकरात्मक प्रभाव है। जिसके कारण विवाह में देरी होती है। ऐसी स्थिति में कुछ ज्योतिषीय उपाय काफी मददगार हो सकते हैं। चलिए आपको बताते है कि इन उपायों के बारे में-
वास्तु के अनुसार जो व्यक्ति अपना विवाह चाहता है, उसका कमरा हमेशा उत्तर-पश्चिम दिशा में होना चाहिए। अगर ऐसा संभव न हो तो उत्तर दिशा में कमरा बनवाएं। कमरे की दीवार पर रंग-बिरंगे फूलों की फोटो लगाना चाहिए।
गुरुवार के दिन भगवान विष्णु का व्रत करें और केले के पेड़ की पूजा करें। पीली चीजों का दान करें, गाय को गुड़, हल्दी और चना आटे की लोई में डालकर खिलाएं। बृहस्पति देव के 108 नामों का जाप करें। ऐसा करने से आपके विवाह के योग प्रबल हो जाएंगे।
विवाह संबंधित हर समस्या के लिए छह मुखी रुद्राक्ष सबसे श्रेष्ठ माना गया है। इसे भगवान कार्तिकेय का रूप माना जाता है। इसे धारण करने से सभी तरह की समस्याएं दूर होती हैं।
रोजाना शिवलिंग की पूजा करें और उन्हें कच्चा दूध, बेल पत्र, जल आदि अर्पित करें और प्रभु के समक्ष अपनी कामना कहें. जल्द ही सारी अड़चनें दूर हो जाएंगी। लड़कियां 16 सोमवार के व्रत रख सकती हैं या रोजाना पार्वती मंगल का पाठ कर सकती हैं।
किसी भी पूर्णिमा पर वट वृक्ष की 108 परिक्रमा लगाएं। इससे विवाह में आ रही अड़चनें जल्दी ही दूर होती हैं और विवाह के योग बन जाते हैं। इसके अलावा गुरुवार को वट वृक्ष को जल दें।