आज मंगल प्रदोष व्रत है। मंगलावर के दिन पड़ने वाले प्रदोष व्रत को भौम प्रदोष व्रत के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन भगवान शिव के साथ भगवान हनुमान जी की पूजा का भी विधान है। इस दिन मंगल दोष और कुंडली में कमजोर मंगल को मजबूत करने के लिए भी कई उपाय किए जाते हैं। भौम प्रदोष व्रत करने से व्यक्ति के जीवन में सुख, समृद्धि, धन, धान्य, संतान आदि की प्राप्ति होती है। साथ ही भगवान शिव जी कृपा से रोग और दोष दूर होते हैं। अगर आपको कोई रोग है तो इससे छुटकारा पाने के लिए आप प्रदोष व्रत कर सकते हैं। इससे आपको लाभ मिल सकता है।
प्रदोष व्रत शुभ मुहूर्त
फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि का प्रारंभ आज दोपहर 01 बजकर 12 मिनट पर। यह तिथि अगले दिन 16 मार्च बुधवार को दोपहर 01 बजकर 39 मिनट तक है।
मंगल प्रदोष व्रत पूजा विधि
ब्रह्म मुहूर्त में उठकर सभी कामों से निवृत्त होकर स्नान कर लें। इसके बाद भगवान शिव का स्मरण करते हुए व्रत का संकल्प करें और दिनभर बिना अन्न ग्रहण किए व्रत रखें। शाम के समय स्नान आदि करने के साथ सफेद रंग के वस्त्र धारण कर लें। इसके बाद ईशान कोण यानी उत्तर-पूर्व दिशा की ओर की थोड़ी सी जगह को साफ करके गंगाजल छिड़क दें। इसके बाद 5 रंगों के फूलों या फिर आपको जितने रंग मिले उनसे रंगोली बना लें और उसके ऊपर भगवान शिव और माता पार्वती की मूर्ति या तस्वीर स्थापित कर दें। इसके बाद आप भी कुश बिछाकर बैठ जाएं और भगवान शिव की पूजा प्रारंभ करें।
सबसे पहले गंगाजल अर्पित करें और फिर पुष्प, बेलपत्र, धतूरा, चंदन, अक्षत आदि अर्पित करें। इसके बाद भोग में कोई मिठाई अर्पित करते हुए जल चढ़ाएं। इसके बाद दीपक और धूप जला दें और फिर शिव चालीसा और कथा पढ़ें। इसके बाद विधिवत तरीके से आरती कर लें और आपके द्वारा की गई गलतियों के लिए क्षमा मांग लें। आरती आदि करने के प्रसाद सभी को बांट दें।
प्रदोष व्रत के दिन करें ये उपाय –
अगर आप अपने अन्दर पॉजिटिव ऊर्जा को बढ़ाना चाहते हैं और निगेटिव ऊर्जा को दूर करना चाहते हैं, तो इस दिन आपको स्नान आदि के बाद साफ कपड़े पहनकर सबसे पहले हनुमान जी के आगे सिर झुकाकर प्रणाम करना चाहिए। फिर कम से कम सात बार हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए। ऐसा करने से आपके अन्दर पॉजिटिव ऊर्जा बढ़ेगी और निगेटिव ऊर्जा अपने आप दूर होती जाएगी।
अगर आपको लगातार व्यापार में नुकसान का सामना करना पड़ रहा है, तो अपने व्यापार में स्थिरता बनाए रखने के लिए प्रदोष व्रत के दिन तीन मुखी रुद्राक्ष की पूजा करें और पूजा के बाद उसे गले में धारण करें। ऐसा करने से आपको व्यापार में हो रहे नुकसान से राहत मिलेगी और आपके व्यापार में स्थिरता बनी रहेगी।
अगर आप कर्ज के बोझ में फंसे हैं और उससे जल्द से जल्द बाहर निकलना चाहते हैं, तो भौम प्रदोष के दिन आपको आसन पर बैठकर, हाथ जोड़कर ऋणमोचक मंगल स्रोत का पाठ करना चाहिए। इससे आपका कर्ज बहुत जल्द ही उतर जायेगा।
अगर आप चाहते हैं कि भविष्य में आपको कभी ऐसी आर्थिक परेशानी का सामना न करना पड़े, जब आपको कर्ज लेने की नौबत आ जाए तो ऐसी स्थिति से अपने आपको बचाए रखने के लिये आज शाम के समय हनुमान मन्दिर में जाकर या घर पर ही हनुमान जी की मूर्ति के आगे घी का दीपक जलाकर उन्हें बूंदी का प्रसाद अर्पित करें। साथ ही हनुमान चालीसा का पाठ करें। ऐसा करने से आपको भविष्य में कभी भी कर्ज लेने की नौबत नहीं आएगी।
अगर आप संतान प्राप्ति की इच्छा रखते हैं, तो अपनी ये इच्छा पूरी करने के लिए इस दिन आपको हनुमान मंदिर में मसूर की दाल दान करनी चाहिए। ऐसा करने से आपकी संतान प्राप्ति की इच्छा जल्द ही पूरी होगी।