कई बार सभी ग्रह मिलकर खास योग बनाते है। जिसके चलते कुंडली में शुभ और अशुभ प्रभाव पड़ता है। शुभ योग का जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। वहीं अशुभ योग जिंदगी में कई प्रकार की मुश्किलें खड़ा करते हैं। ऐसा ही एक योग है 'गुरु चांडाल' योग…. ये योग गुरु, राहु और केतु के मिलने से बनता है। चलिए आपको बताते है कि कुंडली का गुरु चांडाल दोष के क्या नुकसान हैं और इसे शांत करने के लिए क्या करना चाहिए?
अगर कुंडली के पहले घर में गुरु और राहु एकसाथ बैठे होते हैं। तो इंसान का चरित्र संदिग्ध हो होने लगता है। साथ ही व्यक्ति अनैतिक रुप से धन कमाने में लगा रहता है।
अगर कुंडली के दूसरे घर में गुरु चांडाल योग बनता है तो ऐसे में व्यक्ति धनवान तो होता है, लेकिन भोग-विलास में धन खर्च करता है। इसके अलावा गुरु कमजोर होने से व्यक्ति नशे में डूबा रहता है।
कुंडली के तीसरे घर में गुरु और राहु के मिलने से इंसान पराक्रमी और साहसी होता है, लेकिन गलत कार्यों में कुख्यात हो जाता है। साथ ही व्यक्ति सट्टे, जुए आदि से धन कमाने की कोशिश करता है।
ये करें उपाय
गुरु चांडाल दोष से छुटकारा पाने के लिए जातक को गुरु और राहु का शांति पाठ करवाएं। इसके अलावा माता-पिता की सेवा करनी चाहिए।
घर या किसी मंदिर में भगवान विष्णु की पूजा करने से गुरु चांडाल दोष का नकारात्मक प्रभाव कम होता है।
सोमवार के दिन दो मुखी रुद्राक्ष धारण करना भी लाभकारी होता है। साथ ही भगवान गणेश की नियमित पूजा गुरु चांडाल दोष से छुटकारा दिलाता है।
बृहस्पति मंत्र 'ओम ब्रां ब्रीं ब्रौं सः गुरवे नमः' का रोजाना जाप करना चाहिए।
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