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भारत में खूब बिकने वाली Hyundai की ये कार सेफ्टी के मामले में निकली फिसड्डी- लेने से पहले देख लें कितनी मिली रेटिंग

भारत में खूब बिकने वाली Hyundai की ये कार सेफ्टी के मामले में निकली फिसड्डी

भारतीय बाजार में इस वक्त कई विदेशी कारों का दबदबा है और इन कंपनियों की कारें जमकर बिकती हैं। लेकिन सेफ्टी के मामले में ये कारे भरोसेमंद नहीं है। वाहन खरदीते वक्त कीमत और फीचर्स के साथ-साथ सबसे अहम होता है सेफ्टी लेकिन अगर जो कंपनी ग्राहकों को अपनी कारों की सेफ्टी ही न दे पाए तो ऐसे में ग्राहकों का मनोबल कम हो जाता है। भारत में जमकर बिकने वाली ये इस कार की डिजाइन से लेकर फीचर्ज तो कमाल के दिए गए हैं लेकिन जब सेफ्टी की बात आई तो ये फिसड्डी निकली। भारतीय बाजार में हुंडई की अपनी अलग ही पहचान है लेकिन कंपनी एक खुब पसंद की जाने वाली कार सेफ्टी के मामले में जीरो स्टार रेटिंग पाई है।

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कोरियन कार मेकर के लिए ग्लोबल NCAP क्रैश टेस्ट में निराशाजनक नतीजे सामने आए हैं। हाल ही में हुंडई की वरना ने लैटिन एनसीएपी क्रैश टेस्ट में 0-रेटिंग हासिल की है। लैटिन अमेरिका बाजारों में बेजी जाने वाली कारों के लिए लैटिन NCAP ने हुंडई एक्सेंट के बेस वेरिएंट का टेस्ट किया, जिसे भार में हुंडई वरना के रूप में बेचती है।

टेस्टिंग के दौरान ये कार सिंगल ड्राइवर-साइड एयरबैग और स्टैंडर्ड के रूप में ABS से लैस थी। भारतीय हुंडई वरना स्टैंडर्ड फॉर्म में डुअल एयरबैग के साथ आती है, इसलिए यह सेफ्टी रेटिंग भारत में वरना पर लागू नहीं होती है। Verna पर फ्रंटल इम्पैक्ट, साइड इफेक्ट, व्हिपलैश और पैदल चल रहे पैसेंजर्स की सेफ्टी जैसे कई टेस्ट किए गए। टेस्ट में, वरना ने एडल्ट ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन में 9.23 प्रतिशत, पैदल चल रहे पैसेंजर्स की सेफ्टी में 53.11 प्रतिशत, चाइल्ड ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन में 12.68 प्रतिशत और सेफ्टी असिस्ट में 6.98 प्रतिशत स्कोर किया, जो कि अपनी कटेगरी की कार के लिए बहुत कम स्कोर है। जबकि Verna ने सेफ्टी के लिए एक 0 रेटिंग हासिल की, टेस्ट के बाद Verna का बॉडीशेल और फुटवेल एरिया स्टेबल रहा।

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टेस्ट के दौरान इसमें चाइल्ड रेस्ट्रेंट सिस्टम की कमी देखी गई जिसकी वजह से हुंडई वरना ने चाइल्ड ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन में खराब स्कोर किया। इसी के साथ ऑटोमैटिक एमरजेंसी ब्रेकिंग और इलेक्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल की भी कमी देखी गई। बेस वेरिएंट में पैसेंजर साइड एयरबैक की कमी के चलते इसमें एडल्ट ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन में खराब परफॉर्म किया। हालांकि, NCAP ने हुंडई से टेस्ट के लिए वरना के बेहतर हाई वेरिएंट की मांग की थी लेकिन कपनी ने अपनी मर्जी से इसका बेस वेरिएंट टेस्ट की भेजा जिसका नतिजा ये निकला।