देशभर में आज यानी 16मई, सोमवार को बुद्ध पूर्णिमा का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है। बुद्ध पूर्णिमा को वैशाख पूर्णिमा भी कहा जाता है। बताया जाता है इस दिन भगवान बुद्ध का जन्म हुआ था,इसलिए इस दिन को भगवान बुद्ध की जयंती के रूप में मनाया जाता है। इस खास दिन भगवान विष्णु के अलावा भगवान बुद्ध व चंद्र देव की आराधना की जाती है। बुद्ध पूर्णिमा के दिन स्नान एवं दान का भी खास महत्व होता है। ऐसे में कई लोग भगवान विष्णु की कृपा पाने के लिए खास व्यंजन अपने घर में बनाते हैं। अगर आप भी भगवान के भोग के लिए कुछ मीठा बनाने के लिए सोच रहे हैं तो चलिए आपको बताते हैं इस दिन आप भोग के लिए कौन से व्यंजन बना सकते हैं।
पंचामृत: बुद्ध पूर्णिमा के दिन पंचामृत बनाना बहुत शुभ होता है। इसे बनाने के लिए आपको एक कटोरी दूध, एक चम्मच घी, एक चम्मच चीनी, एक कटोरी दही और एक चम्मच शहद की जरूरत होगी। इन सारी सामग्री को अच्छी तरह से मिला लें। इसमें आप केले के टुकड़े और इलायची पाउडर भी डाल सकते हैं। पंचामृत का भोग भगवान को लगाएं।
सूजी का हलवा: वैसे तो सूजी का हलवा लगभग हर त्योहार पर बनाया जाता है। आप चाहे तो सूजी का हलवा बुद्ध पूर्णिमा जैसे खास अवसर पर भी बना सकते हैं। सूजी का हलवा बड़े हों या छोटे सभी को बहुत पसंद होती है। सूजी का हलवा सूजी, चीनी, घी और सूखे मेवे का इस्तेमाल करके बनाया जाता है। आप इसमें कसा हुआ नारियल भी मिला सकते हैं।
बूंदी के लड्डू: बुद्ध पूर्णिमा के दिन भगवान को बूंदी के लड्डू का भोग लगाना शुभ माना जाता है। इन लड्डू को बेसन, चीनी, घी और केसर का इस्तेमाल करके बनाया जाता है।
साबूदाने की खीर: बुद्ध पूर्णिमा के दिन स्वीट डिश में साबूदाने की खीर भी एक बेहतर विकल्प है। इसको बनाने के लिए साबूदाना, पानी, दूध, चीनी, सूखे मेवे और इलायची पाउडर की जरूरत होगी। इस खीर को बनाने से पहले साबूदाने को पानी को भिगोया जाता है। बुद्ध पूर्णिमा के दिन चंद्र देव को ये खीर अर्पित करें।
लौकी की खीर: बुद्ध पूर्णिमा के दिन आप लौकी की खीर का भगवान को भोग लगा सकते हैं। लौकी की खीर को लौकी, फुलक्रीम दूध, घी, चीनी और सूखे मेवे से बनाया जाता है। गर्मियों में लौकी का सेवन सेहत के लिए भी अच्छा होता है। ये पानी से भरपूर होती है। ये आपको हाइड्रेटेड रखने में मदद करती है।