मंगल ग्रह ने कल यानी शनिवार 26 फरवरी को दोपहर 2 बजकर 46 मिनट पर मकर राशि में प्रवेश किया। मकर को मंगल की उच्च राशि कहा जाता है। मंगल जब शुभ ग्रहों से संयोग करता है तो शुभ और लाभकारी योग बनता है, वहीं जब मंगल का किसी अशुभ ग्रह के साथ युति होती है तो खतरनाक योग का निर्माण होता है। इस बार मंगल का पापी ग्रह राहु के साथ युति की है। जिसके कारण अंगारक योग का निर्माण होता है। राहु की दृष्टि मकर राशि पर है और इसी राशि में मंगल ने गोचर किया है।
आपको बता दें कि अंगारक योग के कारण व्यक्ति के स्वभाव में उग्रता आ जाती है। साथ ही गुस्सा बढ़ने लगता है। इंसान बात-बात पर क्रोधित हो जाता है। इसका अलावा कभी-कभी हिंसा करने के लिए भी आतुर हो जाता है। दरअसल मंगल को क्रूर ग्रह की श्रेणी में रखा गया है। ऐसे में जब इसका राहु के साथ युति होती है तो इंसान क्रोध में गलत फैसला लेने लगता है। अंगारक योग के दौरान आग और वाहन के इस्तेमाल में पूरी सावधानी बरतनी चाहिए। साथ ही वाद-विवाद से दूर रहना चाहिए। इसके अलावा परिवार में बड़े भाइयों को नाराज नहीं करना चाहिए। चलिए आपको बताते है अंगारक योग से बचने के उपाय-
वाणी पर नियंत्रण रखना चाहिए।
अंगारक योग के दौरान गलत संगति से दूर रहना चाहिए।
भगवान शिव और बजरंगबली की उपासना करनी चाहिए। साथ ही मन को शांत रखने की कोशिश करनी चाहिए।
नकारात्मक विचार रखने वालों से दूरी बनाकर रखनी चाहिए।
परिवार के सदस्यों के साथ विनम्रता से पेश आना चाहिए।
किसी भी प्रकार की नशीली वस्तुओं के सेवन से दूर रहना चाहिए।
अंगारक योग के दौरान 'ओम् अं अंगारकाय नमः' इस मंत्र का कम से कम 108 बार जाप करना चाहिए।