ज्योतिष शास्त्र में पंचकों को बहुत अशुभ माना गया है। मान्यता है कि इस दौरान कुछ काम भूलकर भी नहीं करने चाहिए। वरना जीवन पर संकट आ सकता हैं। साल 2022 के पहले पंचक आज शाम 7 बजे से शुरू हो रहा हैं और 10 जनवरी की सुबह 8 बजे तक चलेगा। ये पंचक तब लगता है, जब चन्द्रमा कुंभ और मीन राशि में रहता है। तब उस समय को पंचक काल कहा जाता है। इन 5 दिनों की अवधि में कोई भी शुभ काम नहीं किया जाता है।
इसके अलावा कुछ खास काम भी नहीं किए जाते हैं। रावण की मृत्यु भी पंचक काल में हुई थी। मान्यता है कि यदि किसी व्यक्ति की मृत्यु पंचक में हो जाए तो उसके खानदान के 5 सदस्यों की या तो मृत्यु हो जाती है या उन्हें मृत्यु जैसा कष्ट भुगतना पड़ता है।
पंचक के दौरान किसी परिजन की मृत्यु हो जाए तो उसका अंतिम संस्कार खास विधि से करना चाहिए। उसके साथ 4 मोतिचूर के लड्डू या नारियल रख देना चाहिए। इससे परिवार का संकट टल जाता है।
पंचक में ना तो चारपाई-पलंग बनवाएं और ना ही खरीदें।
घर का निर्माण करा रहे हैं तो पंचक में भूलकर भी छत न डलवाएं, ना ही चौखट लगवाएं। ऐसा करना कई मुसीबतों का कारण बन सकता है।
पंचक काल में दक्षिण दिशा की यात्रा नहीं करनी चाहिए। ऐसा करना अशुभ होता है। दरअसल, दक्षिण को यम की दिशा माना गया है।
पंचक काल में घास, लकड़ी आदि भी इकट्ठी नहीं करनी चाहिए।