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शनि देव ने माफ किए इन राशि वालों के ‘पाप’, आर्थिक तौर पर हुए मेहरबान, अगले 3 महीने तक बरसाएंगे जमकर पैसा

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ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि को एक राशि से दूसरी राशि में जाने में लगभग ढाई साल का समय लगता है। वर्तमान समय में शनि मकर राशि में विराजमान हैं, लेकिन जल्द ही मकर राशि से निकल कर शनि कुंभ राशि में जानें वाले हैं। जब शनि देव अपनी राशि परिवर्तन करते हैं तो किसी न किसी राशि पर शनि की ढैय्या और साढ़ेसाती शुरू हो जाती है। ऐसे में उस राशि के जातकों को शनि की पीड़ा झेलनी पड़ती है। वहीं, जिस शनि देव जिस राशि से निकलेंगे उस राशि के जातकों को शनि की महादशा से मुक्ति मिलेगी। चलिए आपको बताते है कि किन राशि के जातकों को शनि की पीड़ा से मुक्ति मिलने वाली है।

29 अप्रैल 2022 को शनि देव मकर राशि से कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। शनि की चाल बेहद धीमी बताई गई है। शनि के इस राशि परिवर्तन के साथ ही कुछ राशियों के जातकों को शनि ढैय्या और साढ़ेसाती के प्रभावों से मुक्ति मिलेगी। तो वहीं, कुछ राशियों पर शनि की महादशा शुरू हो जाएगी। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जहां धनु राशि साढ़ेसाती के प्रभाव से मुक्त होगी। वहीं, मिथुन और तुला राशियों के जातकों को ढैय्या से मुक्ति मिलेगी। 

शनि देव 29 अप्रैल 2022 को मकर राशि से कुंभ राशि में गोचर करेंगे। लेकिन 12 जुलाई को एक बार फिर से मकर राशि में वक्री हो जाएंगे। जिसके बाद मिथुन, तुला और धनु राशि पर फिर से शनि की दशा शुरू होगी। इन तीनों राशियों को साल 2023 में शनि की दशी से मुक्ति मिलेगी।