17 सिंतबर को सूर्य देव ने कन्या राशि में प्रवेश किया। यहां पहले से मंगल और बुध एक साथ विराजमान है। इस राशि में सूर्य 17 अक्टूबर तक डेरा डाले रहेंगे। उसके बाद तुला राशि में गोचर करेंगे। सूर्य जब एक राशि से निकलकर दूसरी राशि में प्रवेश करता है तो इसे संक्रांति कहते हैं। जिसके चलते सभी राशियों पर शुभ-अशुभ प्रभाव पड़ेगा। लेकिन चार राशि के जातकों पर इसका अशुभ प्रभाव सबसे ज्यादा पड़ेगा। इस दौरान काफी परेशानियो का भी सामना करना पड़ सकता है। चलिए आपको बताते हैं कि ये चार राशियां कौन-कौनसी हैं।
मिथुन राशि– किसी न किसी कारण से पारिवारिक कलह एवं मानसिक अशांति का सामना भी करना पड़ेगा। मित्रों तथा संबंधियों से भी अप्रिय समाचार प्राप्ति के योग। जमीन जायदाद से जुड़े मामलों का निपटारा होगा। वाहन आदि का क्रय भी करना चाह रहे हों तो अवसर अनुकूल रहेगा। केंद्र अथवा राज्य सरकार के विभागों में प्रतीक्षित कार्य संपन्न होंगे। उच्चाधिकारियों से भी सहयोग बढ़ेगा।
तुला राशि– यह गोचर आपके लिए बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता, स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। कष्ट कर यात्राएं भी करनी पड़ सकती है। मित्रों से भी अप्रिय समाचार प्राप्ति के योग। झगड़े विवाद तथा कोर्ट कचहरी से संबंधित मामले बाहर सुलझा लेना समझदारी होगी। यात्रा सावधानी पूर्वक वाहन दुर्घटना से बचें। विदेशी कंपनियों में सर्विस अथवा नागरिकता के लिए किया गया प्रयास असफल रहने के योग। लेन-देन के मामलों में सावधानी बरतें।
मकर राशि– उतार-चढ़ाव की अधिकता रहेगी। हो सकता है कार्य आरंभ में कुछ बाधा का सामना करना पड़े किंतु हताश न हो अंततः सफलता आपको ही मिलेगी। धर्म एवं अध्यात्म के प्रति गहरी रूचि रहेगी। सामाजिक सेवा, धार्मिक ट्रस्टों तथा अनाथालय आदि में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेंगे और दान पुण्य भी करेंगे।
कुंभ राशि– सामाजिक संगठनों द्वारा किसी बड़े सम्मान की भी घोषणा हो सकती है। स्वास्थ्य पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। वाहन सावधानी पूर्वक चलाएं, दुर्घटना से बचें। परिवार में भी अलगाववाद की स्थिति उत्पन्न न होने दें। विद्यार्थियों एवं प्रतियोगिता में बैठने वाले छात्रों को परीक्षा में अच्छे अंक लाने के लिए और कठिन प्रयास करने होंगे।