पति-पत्नी का रिश्ता जितना नाजुक होता हैं, उतना ही मजबूत भी होता हैं। इस रिश्ते में भरोसे और प्यार की सबसे ज्यादा जरुरत होती हैं। अगर ये न हो तो पति-पत्नी के बीच कलह की वजह बन जाती हैं और कहते हैं कि जिस घर में पति-पत्नी के बीच ज्यादा झगड़ा होता हैं, वहां लक्ष्मी अपना वास नहीं करती। गृहस्थ जीवन में सुख और शांति के लिए कई उपाय किए जाते हैं। जिनका जिक्र शास्त्रों में भी हैं। शास्त्रों में गृह क्लेश से बचने और पति-पत्नी के बीच कलह दूर करने के कई प्रकार के उपाय सुझाए हैं। चलिए आपको बताते हैं कि ये अचूक उपाय-
जिस घर में पति-पत्नी के बीच घर छोटी-छोटी बातों पर झगड़ा होता हो तो घर में केवल सोमवार या शनिवार को ही गेहूं पिसवाएं। पिसवाने से पहले उसमें 100 ग्राम काले चने भी मिला दें। इस प्रकार का आटा खाने से धीरे-धीरे झगड़े खत्म हो जाएंगे।
किसी घर में पति-पत्नी में किसी भी बात पर विवाद चल रहा है तो इसमें गणेश उपासना करनी चाहिए। लड्डू का भोग लगाकर प्रतिदिन श्री गणेश जी और शक्ति की उपासना करे।
आप किस दिशा में सिर और पैर करके सोते है, गृह कलह में इस बात की अहम भूमिका होती है। गृह कलह से छुटकारा पाने के लिए रात को सोते समय पूर्व की और सिर करके सोए। ऐसा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और वातावरण में तनाव कम होता है।
चीटियों के बिल के समीप शक्कर या आटा व चीनी मिलाकर डालने से गृहस्थ में हो रहे कलह का निवारण होता है। यह क्रिया 40 दिन तक रोजाना करें। इस बात का ध्यान रखें कि इस प्रक्रिया में कोई नागा न हो।
पति-पत्नी के संबंधों में अगर तनाव अधिक बढ़ गया है तो तीन गोमती चक्र लेकर घर के दक्षिण में हलूं बलजाद कहकर फेंकने से तनाव दूर होगा। पांच गोमती चक्र को लाल सिंदूर की डिब्बी में घर के अंदर श्रृंगार वाले स्थान या पूजा में रखने से दाम्पत्य जीवन में मधुरता आती है।
अगर पत्नी गृह कलह से दुखी हैं तो भोजपत्र पर लाल कलम से पति का नाम लिखकर तथा 'हं हनुमंते नम:' का 21 बार उच्चारण करते हुए उस पत्र को घर के किसी कोने में रख दें। इसके अतिरिक्त 11 मंगलवार नियमित रूप से हनुमान मंदिर में चोला चढाएं एवं सिंदूर चढाएं।