भगवान शिव को दुनिया के रचयिता कहा जाता है। उनकी कृपा हो तो पूरी जिंदगी परेशानियां छू भी नहीं पाती हैं। इसके अलावा घर में हमेशा सुख-समृद्धि बनी रहती है। लेकिन शिव परिवार या शिव जी की मूर्ति-तस्वीर गलत दिशा में लगाने, रौद्र रूप वाली तस्वीर लगाने से जिंदगी संकट आता है।
वास्तु शास्त्र में भगवान भोलेनाथ की मूर्ति स्थापित करने और उनकी तस्वीर लगाने से संबंधित कुछ जरूरी नियम बताए हैं। इनका पालन करना बहुत जरूरी है।
घर में भगवान शिव की मूर्ति या तस्वीर ऐसी जगह हो जहां से सभी लोग उनके दर्शन कर सकें। इससे रिश्ते मजबूत होते हैं और सकारात्मकता बढ़ती है।
घर में शिव जी मूर्ति या तस्वीर का उत्तर दिशा में होना सबसे ज्यादा शुभ माना गया है क्योंकि शिव जी कैलाशवासी हैं और कैलाश पर्वत उत्तर में है।
शिव जी की मूर्ति या तस्वीर में ना तो वे खड़ी हुई मुद्रा में हों और ना ही रौद्र रूप में हों। ये दोनों मुद्राओं वाली मूर्ति-तस्वीर घर में लगाना खुद विनाश को बुलावा देना है। बेहतर होगा कि उनकी प्रसन्न मुद्रा वाली तस्वीर-मूर्ति लगाएं।
जिस भी जगह पर शिव जी की मूर्ति स्थापित की गई हो या तस्वीर लगाई हो वहां हमेशा सफाई रहनी चाहिए। वरना शिव जी की नाराजगी जिंदगी पर भारी पड़ सकती है।